दृश्यम के जरिये श्रिया सरन की आखिरी कोशिश

बुधवार, 22 जुलाई 2015 (16:21 IST)
अजय देवगन अभिनीत फिल्म 'दृश्यम' में उनकी हीरोइन श्रिया सरन दक्षिण भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में बड़ा नाम है। तमिल और तेलुगु की कई हिट फिल्म वे कर चुकी हैं। रजनीकांत जैसे सुपरस्टार के साथ उन्होंने 'शिवाजी द बॉस' फिल्म की है। वे मलयालम, कन्नड़, हिंदी और अंग्रेजी की भी कुछ फिल्में कर चुकी हैं। दक्षिण भारतीय फिल्मों जैसी सफलता वे हिंदी फिल्मों में नहीं दोहरा पाई हैं। 
12 वर्ष पहले की थी पहली हिंदी फिल्म... अगले पेज पर
 

देहरादून में जन्मी इस 32 वर्षीय अभिनेत्री ने हिंदी में पहली फिल्म 12 वर्ष पहले तुझे मेरी कसम (2003) की थी। फिल्म को महाराष्ट्र में भारी सफलता मिली थी। यह रितेश देशमुख की पहली फिल्म थी। श्रिया को इस फिल्म से कोई खास फायदा नहीं पहुंचा। वे हिंदी फिल्मों में पैर जमाने की कोशिश में लगी रहीं। 2004 में श्रिया की एक और हिंदी फिल्म 'थोड़ा तुम बदलो थोड़ा हम' रिलीज हुई। इस फिल्म में आर्य बब्बर उनके हीरो थे। यह टीनएजर्स के लव-हेट-रिलेशनशिप पर आधारित थी, लेकिन फिल्म असफल रही। दूसरी ओर दक्षिण भारतीय फिल्मों में श्रिया को लगातार सफलता मिलती रही। 
एक और बड़ा ब्रेक मिला श्रिया को... अगले पेज पर 
 
 

कुछ इक्का-दुक्का फिल्म करने के बाद श्रिया को मुकेश भट्ट ने एक बड़ा ब्रेक 'आवारापन' (2007) में दिया। इस फिल्म में वे इमरान हाशमी की हीरोइन थीं। मोहित सूरी निर्दे‍शक थे। यह फिल्म 'आपका सुरूर' और 'अपने' के सामने रिलीज हुई और बुरी तरह फ्लॉप रही। 
श्रिया ने नहीं मानी हार... अगले पेज पर
 
 

श्रिया ने हार नहीं मानी और कोशिश जारी रखी। मिशन इस्तांबुल (2008), एक-द पॉवर ऑफ वन (2009), गली गली चोर है (2012) जैसी फिल्मों में उन्होंने विवेक ओबेरॉय, बॉबी देओल, अक्षय खन्ना जैसे सितारों के साथ काम किया, लेकिन ये फिल्म बुरी तरह असफल रही। उन्होंने जिला गाजियाबाद में आइटम नंबर तक किया ताकि वे हिंदी फिल्म निर्माताओं की निगाह में रहें।  बॉलीवुड में सफलता ही सबसे बड़ा आधार होता है। खूबसूरत और प्रतिभाशाली होने के बावजूद श्रिया को हिंदी फिल्मों में ज्यादा काम नहीं मिला। सुपरस्टार्स ने भी उनसे दूरी बनाए रखी और श्रिया का संघर्ष अब तक जारी है। 
दृश्यम लगाएगी बेड़ा पार... अगले पेज पर 
 
 

दृश्यम के रूप में श्रिया को एक बड़ा अवसर मिला है। वे अजय देवगन जैसे स्टार की नायिका हैं। इसके लिए श्रिया ने दो बड़ी उम्र की लड़कियों की मां बनना भी स्वीकार किया है। यह फिल्म बड़े पैमाने पर रिलीज होगी और श्रिया को ज्यादा से ज्यादा दर्शकों तक पहुंचने का अवसर भी मिलेगा। यह श्रिया के लिए हिंदी फिल्मों में पैर जमाने का आखिरी अवसर है। उम्मीद की जानी चाहिए कि श्रिया को इस बार सफलता मिलेगी जिसकी तलाश वे 12 वर्षों से कर रही हैं।  
 

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