जब मैं या काजोल तनाव में होते हैं तो यह मंत्र अपनाते हैं : अजय देवगन

रूना आशीष
"आपकी और आपके जोड़ीदार के बीच में लड़ाई-झगड़े लगे रहते हैं। मनमुटाव हो जाते हैं और आप उस सिचुएशन से उबर जाते हैं। आधे धंटे या बहुत हुआ तो 40 मिनट में मामले को रफ़ा-दफ़ा कर देते हैं क्योंकि आप एक-दूसरे से प्यार करते हैं। लड़ाई-झगड़े या नोंक-झोंक तो लगी रहती है। आपकी मम्मी से या पिता से या भाई से भी होती रहती है। यहां तक कि जानवर भी आपस में लड़ते हैं। मेरे घर में मेल- फ़ीमेल डॉग हैं। कुछ दिनों पहले फ़ीमेल डॉग की मौत हो गई तो दूसरे डॉग ने आठ दिन तक खाना नहीं खाया।" 
 
फिल्म 'दे दे प्यार दे' में शादी को लेकर पैदा हुई अनोखी सिचुएशन पर कहानी को बुना गया है। इसमें कहानी दो प्रेमियों की अनोखी जोड़ी से शुरू होती है और अजय अपने से आधी उम्र की लड़की से प्रेम करने लगते हैं। 
 
अजय इस फिल्म में अपनी वास्तविक उम्र यानी 50 साल के शख्स का रोल कर रहे हैं। वे कहते हैं "उम्र का क्या है? ये तो एक आंकड़ा है। उम्र को गिनना हमने शुरू किया। भगवान ने थोड़े ही कहा कि साल बनाओ और एक साल में इतने दिन बनाओ। ये तो आप और हम लोग सोचते हैं, वरना कोई शख्स 30 साल की उम्र में भी 50-60 साल जैसा दिख और सोच सकता है।"
 
आप एक बार फिर से तब्बू के साथ काम कर रहे हैं? 
मैं और तब्बू पिछले तीस साल से दोस्त हैं। हम दोनों की दोस्ती बहुत अच्छी है, इसीलिए कैमरा पर भी हम अच्छे लगते हैं। वह अपना  रोल बहुत ही सुंदर तरीके से करती हैं और मैं भी अपना रोल ठीक-ठाक मैनेज कर लेता हूँ।  
 
ज़िंदगी में कभी आप या काजोल किसी वजह से प्रेशर या तनाव में होते हैं, तो क्या मंत्र अपनाते हैं शांत होने के लिए? 
पति और पत्नी में से कोई भी एक जब तनाव में होता है तो दूसरा भी तनाव में होता है। वह परेशान होती हैं तो मैं भी परेशान हो जाता हूँ। मैं तो कभी-कभी अपने काम की वजह से भी स्ट्रेस में आ जाता हूं। वह कभी-कभी बच्चों की वजह से परेशान होती हैं, तो मुझे समझना पड़ता है, कभी वह समझ लेती है। लेकिन उम्र में एक पड़ाव में जब आप माँ-बाप बन जाते हैं तो बच्चे सबसे ज़्यादा ज़रूरी हो जाते हैं। फिर उनकी भलाई देखते हुए आप सब भूल जाते हैं। जब मैं बहुत ज़्यादा रिएक्ट करने लग जाता हूँ काम की वजह से, तो काजोल समझ जाती है और मुझे कुछ समय अकेला छोड़ देती है और मैं भी उसके साथ वैसा ही करता हूँ। 
 
आपकी फिल्म तानाजी का निर्माण भी चल रहा है और अभी दे दे प्यार दे का प्रमोशन। मेंटली कैसे सेट करते हैं सब? 
कुछ नहीं करता क्योंकि मैं मैथड ऐक्टिंग नहीं करता। मैं एक साथ मैनेज कर लेता हूं। मैं तो जब शूट कर रहा होता हूँ तब भी शॉट के ओके बोलने के साथ ही रोल के बाहर आ जाता हूँ, तो कोई दिक्कत नहीं है। 
 
हाल ही में एक कैंसर मरीज़ ने आपसे गुटखे का विज्ञापन ना करने की गुहार लगाई है..
मैं गुटखा का विज्ञापन नहीं कर रहा हूँ। मैं इलायची का प्रचार कर रहा हूँ। मेरे अनुबंध को भी आप देखें तो उसमें लिखा है कि मैं इलायची के लिए विज्ञापन कर रहा हूँ और जिस प्रोडक्ट को लिए कर रहा हूँ उसमें तम्बाकू नहीं है। फिर मैं आगे से ऐसे किसी ऐड को करने या ना करने के पहले इस गुहार को मद्देनज़र रखूँगा। 

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