गली बॉय के एमसी शेर उर्फ सिद्धांत चतुर्वेदी से खास बातचीत

रूना आशीष
'मेरी जिंदगी में भी लक बाय चांस जैसी ही घटना हुई। मैं अपनी वेब सीरीज 'लक बाय चांस' की सक्सेस पार्टी में डांस कर रहा था और उस समय गोविन्दा का गाना 'तुझको मिर्ची लगी तो मैं क्या करूं...' पर डांस कर रहा था और अपनी ही मस्ती में मैंने जोया, जो कि उसी पार्टी में आई थीं, उसे खींचकर डांस करना शुरू कर दिया। उस समय 'दिल धड़कने दो' का गाना 'गल्ला गुलियां...' शुरू हो गया था। फिर जोया बोलीं, कौन हो तुम? तब डांस करते-करते ही मैंने अपना इंट्रोडक्शन दे डाला। तब वो बोलीं, मैं जोया। मैंने कहा, मैं बिलकुल आपको जानता हूं।


उसने पूछा कि तुम मुंबई से हो? मैंने भी पता नहीं कैसे हिम्मत से कह दिया, हां बच्ची, अपुन इधर से ही है। तब मैं 'गली बॉय' के बारे में जानता था। तब जोया ने मुझे अपनी फिल्म के एक रोल के ऑडिशन के लिए बुला लिया।'

'गली बॉय' में एमसी शेर की भूमिका निभाने वाले सिद्धांत चतुर्वेदी इस फिल्म के एक दमदार कैरेक्टर के रूप में उभरे हैं। अपने रोल और इसकी सफलता के बारे में 'वेबदुनिया' से बात करते हुए सिद्धांत बताते हैं कि कि मुझे एक या दो दिन के बाद ही जोया के ऑफिस से नंदिनी, जो काल्टिंग निर्देशक है, का फोन आया और उसने मुझे रैप याद करके परफॉर्म करने को कहा। मैंने रैप सुना और मुझे समझ आ गया कि इतना सब तो मुझे याद नहीं रहेगा। तब मैंने यू ट्यूब पर कई वीडियो देखे और सोचा क्यों न मैं अपना ही नया रैप बना लूं। मैंने भी कितना स्ट्रगल किया है और भी रैप आर्टिस्ट भी तो स्ट्रगल की ही बात करते हैं। मैंने रैप लिखा व याद किया तथा किसी रैप आर्टिस्ट की ही तरह तैयार हुआ और ऑडिशन दे दिया।

अगले दिन मुझे सुबह सुबह फोन आया। मेरे पास नंबर भी सेव नहीं था। वैसे भी उन दिनों मुझे ज्यादा फोन नहीं आते थे। जो फोन आए, मैं झट से उठा लेता कि कहीं किसी कोई रोल की बात हो जाए। ऐसे में सामने से आवाज आई कि मैं जोया बोल रही हूं, मुझे तुम्हारा ऑडिशन पसंद आया। मैं चाहती हूं कि तुम फिल्म में काम करो।
 
तो आपकी क्या रिएक्शन थी?
मुझे तो थोड़ी देर लग गई इस बात को पचाने में कि जोया ने कॉल किया है। फिर मैं बाहर बैठे पापा से बात करने लगा। सुबह के समय एक मिडिल क्लास परिवार में ऐसा ही होता है कि मां-पापा चाय पी रहे थे और अखबार पढ़ रहे थे। मैंने कहा कि जोया ने बुलाया है। वो भी स्क्रिप्ट भेज रही है। वर्ना कम ही होता है कि कोई पसंद भी करे और स्क्रिप्ट भी भेज दे। ये तो जोया का प्रोफेशनलिज्म ही है।

पूरी फिल्म देखते-देखते लग रहा था कि अब ये कैरेक्टर मुराद को धोखा देगा। आपको नहीं लगा कि ऐसा होगा?
स्क्रिप्ट पढ़ते-पढ़ते मुझे हर पल लगा कि अब मैं धोखा देने वाला हूं, अब मैं बदलने वाला हूं। लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं हुआ। जोया की ये ही तो खास बात है कि वो आपको कुछ नया ही समझा जाती है।

आपकी असल जिंदगी और एमसी शेर की कद-काठी बहुत अलग है?
यहीं तो हम एक्टर्स का काम शुरू होता है। मेरे लिए रणवीर से बड़ा दिखना बहुत अहम था, क्योंकि ये कैरेक्टर की डिमांड थी। कैरेक्टर के लिए बदलना कोई नई बात नहीं है। हॉलीवुड में होता है ऐसा, बस हमारे यहां अब जाकर ये शुरू हुआ है। वैसे भी मैं जानता था कि मैं कोई स्टार किड तो हूं नहीं, जो लॉन्च किया जाऊंगा। मुझे ही अपने आप पर मेहनत करनी पड़ेगी। मैंने जिम जाकर वजन बढ़ा लिया। आईब्रो को भी वैसा ही बना लिया। लोग पहले बाहर से रंग-रूप बदलते हैं और फिर अंदरुनी काम करते हैं ताकि रोल में वे परफेक्ट लग सकें।

आपका अंदरुनी बदलाव कैसा था?
मैंने रोल में ढल जाने के लिए रैप लिखना शुरू कर दिया। शूट के दौरान भी रैप लिखता था। आज मेरे अपने 4/5 रैप तैयार हैं। जिस दिन रणवीर से मिला, उससे पूछा कि अगर ऐसे गाल खींचू या कंधे पर हाथ डालकर झूमूं तो चलेगा। वो बोला जो लगे, वैसा कर। फिर एक दिन रैप आर्टिस्ट डिवाइन से मिला तो अपने लिखे रैप सुना दिया कि कहीं मैं सही तो जा रहा हूं न, तो वो भी सुनकर बोला बहुत हार्ड है भाई।

आगे क्या?
'इनसाइड एज 2' शूट हो गया है। कई और ऑफर्स हैं लेकिन मैं बहुत सोच-समझकर चुनना पसंद करता हूं। वैसे भी मुझे कई लोग पूछते हैं स्टार क्यों बनना है, जब एक्टर बन सकते हो। तो मैं कहता हूं ताकि मैं अपने रोल खुद चुनकर तय कर सकूं।

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