आयशा फिल्म में सोनम कपूर की तिकड़ी में सीधी-सरल-सी, सलवार-सूट में लिपटी, एक चोटी वाली... डिंपल गर्ल याद है आपको...? जिनका कि नाम फिल्म में शेफाली होता है...। खैर असल जिंदगी में ये हैं 'अमृता पुरी', जो कि अब 'ब्लड मनी' के पोस्टर्स में कुणाल खेमू के साथ नज़र आ रही हैं और यकीन मानिए, असल जिंदगी में अमृता उस सलवार-सूट वाली छवि के बिलकुल उलट हैं।
सोनम कपूर को फैशन जगत के आइकॉन के तौर पर कहा जाता है और यकीन मानिए कि इस मामले में अमृता उनके आस-पास ही खड़ी नज़र आती हैं। ब्लड मनी में वे आपको इसी मॉड अवतार में नज़र आएँगी।
खुद अमृता कहती हैं कि 'फिल्म इंडस्ट्री में किसी रोल को करने के बाद आपको वैसे ही रोल्स के ढेर सारे ऑफर्स मिलने लगते हैं। मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ था। आयशा के बाद मुझे 'शेफाली' जैसे कई रोल्स ऑफर हुए, लेकिन मैं किसी एक भूमिका में बँध कर नहीं रहना चाहती थी। इसलिए इंतज़ार करना मुझे सही लगा और अंततः मुझे ब्लड मनी मिल ही गई।'
यह भी किस्मत की ही बात है कि अपनी पहली फिल्म में सह-अभिनेत्री होने के बावजूद अमृता को दूसरी ही फिल्म में सोलो लीड रोल (कुणाल खेमू... के साथ !) मिल गया। हालाँकि अमृता के अनुसार वे तो केवल अच्छे रोल के इंतज़ार में ही थीं, जिसमें उनके लिए क्रिएटिव काम हो... यह रोल लीड रोल ही हो, ऐसा कुछ उनके दिमाग में नहीं था।
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वैसे भी बकौल अमृता रोल चुनने के मामले में वे बहुत 'चूज़ी' हैं (ऊफ! वही पकाऊ जवाब...)। उन्होंने अपने लिए बाकायदा कुछ मापदंड बना रखे हैं। जिन पर खरा उतर कर ही कोई रोल उन्हें जँच सकता है... और 'ब्लड मनी' उन पर खरी उतर गई?(वाकई आपके मापदंड तो बहुत ऊँचे हैं अमृता)।
यह फिल्म साइन करने से पहले उनके मन में एक और भी डर था। असल में भट्ट कैंप की फिल्मों में अधिकांशतः हीरोइनें 'दिखाने' के लिए ज्यादा होती हैं... पर फिर अमृता को बताया गया कि उनका रोल तो एक 'सिंपल' लड़की का है (मतलब अमृता... फिल्म में वाकई आपके करने लायक कुछ भी नहीं है।), पर फिर भी... भई लीड रोल तो लीड रोल है।
फिल्मों के अलावा अमृता थिएटर से भी जुड़ी हैं और क्रिएटिव राइटिंग से भी...। बॉलीवुड का हिस्सा बनने से पहले वे बाकायदा इन दोनों क्षेत्रों का काफी अनुभव पा चुकी हैं। उम्मीद है कि यह अनुभव उन्हें बाकियों से अलग करेगा।
यूँ अमृता एक बड़े पद वाले बैंकर की बेटी हैं, लिहाजा ये सोचकर चलें कि कहाँ, कितना इन्वेस्ट करने पर कैसा भविष्य होगा... यह वे अच्छी तरह जानती होंगी। फिर आयशा के लगभग डेढ़ साल बाद अब ब्लड मनी के जरिए भी उन्होंने इंडस्ट्री को काफी कुछ जाना-परखा तो होगा ही। अपने करियर को लेकर शुरू से ही विश्वस्त रहीं अमृता का मानना है कि उनका काम उन्हें पहचान जरूर दिलाएगा। हम भी यही दुआ करते हैं।