टीनएजर्स भी ले सकेंगे 'एक थी डायन' का मजा

यूं तो सीरियल किसर इमरान हाशमी के चाहने वाले हजार हैं जिनमें कम उम्र के टीनएजर्स को इमरान कुछ खास लुभाते हैं, लेकिन अफसोस अब तक उन्हें अपने चहेते इमरान की बहुत कम फिल्में सिनेमाघर के रूपहले पर्दे पर देखने का सौभाग्य मिला है।

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अगर उन्होंने इमरान की फिल्में देखी भी हैं तो सबसे छुपते-छुपाते। फिलहाल इमरान के टीनएजर्स फैंस को ऑफिशियली यह मौका मिला है। विशाल भारद्वाज और एकता कपूर निर्मित फिल्म ‘एक थी डायन’ से।

सेंसर बोर्ड की तरफ से मिले यू / ए सर्टिफिकेट के कारण यह इमरान की पहली ऑफिशियल मसाला फिल्म है जिसमें सब कुछ होने के बावजूद टीनएजर्स को बडे फक्र से बिना किसी दुराव-छिपाव के यह फिल्म देखने का अधिकार मिला है।

दिलचस्प बात यह है कि बॉलीवुड की पहली थ्रिलर हॉरर फिल्म ‘एक थी डायन’ को सेंसर बोर्ड की तरफ से यू / ए सर्टिफिकेट मिलने से पहले फिल्म की कथानक को देखते हुए सभी को यही लगा था कि हो सकता है यह फिल्म सिर्फ वयस्कों के लिए हो, लेकिन सेंसर बोर्ड की तरफ से मिला यू/ ए सर्टिफिकेट निर्माता एकता और विशाल से अधिक टीनएजर्स के लिए ट्रीट साबित हुआ।

फिल्म ‘एक थी डायन’ में इमरान बोबो का किरदार निभा रहे हैं जो लगातार मतिभ्रम का शिकार होते रहते हैं। इन सबसे निजात पाने के लिए वे हीप्नोथैरेपी का सहारा लेते हैं जहां बचपन के डरावने अतीत में छुपी डायन से उनका आमना-सामना होता है जो वापस आकर उन्हें डराने की कोशिश करती है।

इस सिलसिले में निर्माता विशाल भारद्वाज का कहना है कि इस फिल्म की प्रेरणा हमें लोकसाहित्य से मिली है। इमरान के साथ कोंकणा, कल्कि, हुमा और दो बच्चों ने मुख्य भूमिका निभाई है। कम उम्र के बच्चों के लिए गर्मी की छुट्टियों में अपने परिवार के साथ बाहर जाने का यह बेहतर मौका होगा।

एक तरफ जहां निर्माता विशाल ‘एक थी डायन’ को टीनएजर्स के लिए ट्रीट बता रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ फिल्म निर्माता एकता कपूर के अनुसार बड़ों के लिए भी इसमें खासा मसाला होगा। विशेष रूप से इमरान के दर्शकों के लिए इसमें काफी कुछ होगा।

फिलहाल इमरान के टीनएजर्स दर्शकों के साथ उनके बुजुर्ग दर्शक भी इस फिल्म के रिलीज़ होने का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं और हो भी क्यों न अपनी कहानियों से निकली इस डायन का रूप वह भी तो देखना चाहते हैं।

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