अभिषेक कपूर ने कहा, मैं इस बात को मानता हूं फिल्म की तैयारी के दौरान वह सुशांत के साथ ज्यादा वक्त नहीं बिता पाए, जितना उन्होंने सारा के साथ बिताया। केदारनाथ की रिलीज के बाद से ही वह खोए-खोए रहते थे।
इसके साथ ही अभिषेक कपूर ने बताया कि केदारनाथ की शूटिंग के दौरान उन्हें काफी चिंता थी, क्योंकि मीडिया ने उनके बारे में बहुत कुछ लिखा था। फिल्म की रिलीज के बाद जिस तरह से सारा अली खान को प्यार मिल रहा था, उतना सुशांत सिंह राजपूत को नहीं मिल पाया।
अभिषेक ने कहा, मैं केदारनाथ का सक्सेस सेलिब्रेट करना चाहता था। मैंने जनवरी में सुशांत को मैसेज किया था कि ब्रो, मैंने तुमसे बात करने की कोशिश कर रहा हूं। मुझे नहीं पता कि तुम परेशान हो, व्यस्त हो या फिर पता नहीं क्या हुआ। लेकिन मुझे जल्दी कॉल करो। हमने बहुत अच्छी फिल्म बनाई है। अगर हम इसे सेलिब्रेट नहीं करेंगे, तो इसे कौन सेलिब्रेट करेगा।
अभिषेक कपूर ने कहा, केदारनाथ की रिलीज के बाद सुशांत खोए-खोए से रहने लगे थे और कैसे फिल्म की सक्सेस को सेलिब्रेट करने के लिए करने के लिए उनके टच में रहे। शूटिंग के दौरान बिना किसी शिकायत के वह सर्द मौसम में सारा को टोकरी में बैठाकर रोजाना लाते थे।
अभिषेक ने कहा, जब केदारनाथ रिलीज हुई, मैंने सुशांत से डेढ़ साल तक बात नहीं की। उसने 50 बार अपना नंबर बदला। मुझे याद है जब केदारनाथ रिलीज हुई, मीडिया उन पर निशाना साध रही थी। मुझे नहीं पता क्या हुआ था। सुशांत सिंह देख रहे थे फिल्म के लिए सारा प्यार सारा को मिल रहा था और उन्हें कोई पूछ नहीं रहा था।