संघ ने कहा था कि विज्ञापन का मकसद बैंकिंग प्रणाली में ‘अविश्वास’ की भावना पैदा करना है। कल्याण ज्वलेर्स के कार्यकारी निदेशक रमेश कल्याणारमन ने यहां एक बयान में कहा, ‘‘हमें खेद है कि भूलवश लोगों की भावना आहत हुई और हमने तत्काल प्रभाव से हर मीडिया से यह विज्ञापन हटा लिया है।''