अंजुम ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें चौथी क्लास से बुर्का पहनना शुरू करना पड़ा था, लेकिन साल 2010 में उन्होंने अपनी शर्तों पर जीने का फैसला लिया। अंजुम के परिवार वाले खुले विचार के लोग नहीं थे। एक्टिंग में आगे काम करने के लिए अंजुम को अपना परिवार छोड़ना पड़ा था।
घर छोड़ने के बाद अंजुम से परिवार ने बातचीत बंद कर दी थी, लेकिन अब अंजुम की तरक्की देख सब खुश हैं और बोलचाल, आना-जाना शुरू हो चुका है।