फिल्म इंडस्ट्री में नई पीढ़ी के सभी अभिनेताओं को अमिताभ बच्चन की एक चिट्ठी का इंतज़ार हमेशा रहता है। आयुष्मान की खुशकिस्मती यह है कि उन्हें अब तक अमिताभ बच्चन से दो चिट्ठियां प्राप्त हो चुकी हैं। उन्हें पहली चिट्ठी फिल्म 'दम लगाके हईशा' के लिए मिली थी और दूसरी चिट्ठी राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए मिली है।
आयुष्मान ने कहा, 'बच्चन साहब के लेटर का इंतज़ार उन्हें हमेशा रहता है वो अपने आप में ही एक अवॉर्ड है। आयुष्मान को अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म 'गुलाबो सीताबो' में काम करने का मौका मिला है। आयुष्मान उनके साथ काम करके काफी खुश है।
अमिताभ के साथ काम करने के अनुभव के बारे में बताते हुए आयुष्मान ने कहा कि वे काफी अच्छे कलाकार हैं। उनकी मैने काफी फिल्में देखी है जिससे उनको देखकर डर लगता है लेकिन उनके साथ जब काम करते हैं तो वो एक कलाकार को काफी इज्जत देते है। वो अपनी पीढ़ी के ऐसे अकेले सुपरस्टार हैं जो आज भी बॉलीबुड में राज कर रहे हैं।
आयुष्मान ने कहा कि हर नया अभिनेता अपनी कामयाबी के लिए बड़े-बड़े निर्देशक, निर्माता के साथ काम करना पसंद करता है लेकिन मै इसकी परवाह बिल्कुल भी नहीं करता हूं। मैं सिर्फ स्क्रिप्ट पर भरोसा करता हूं। क्योंकि ये जरूरी नहीं है कि बड़े से बड़ा निर्देशक ही काफी अच्छी फ़िल्म दे सकता है नए से नया निर्देशक भी एक सफल फ़िल्म दे सकता है। जिसके लिये मै हमेशा तैयार रहता हूं।