खबरों के अनुसार इस मामले पर कोतवाली पुलिस स्टेशन प्रभारी डीके शर्मा ने कहा, शिवेंद्र प्रताप सिंह, दिवाकर गर्ग, जूना अखाड़े के आचार्य जयप्रकाश, प्रीति गर्ग और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक धमकी और जबरन वसूली का मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों को गिरफ्तार करने और कड़ी कार्रवाई करने की कोशिश की जा रही है।
शिकायत के अनुसार, बरेली के सिविल लाइन्स क्षेत्र के निवासी जगदीश पाटनी ने आरोप लगाया कि शिवेंद्र प्रताप सिंह ने उन्हें दिवाकर गर्ग और आचार्य जयप्रकाश से मिलवाया। आरोपी ने मजबूत राजनीतिक संबंध होने का दावा किया और जगदीश पाटनी को सरकारी आयोग में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष या इसी तरह का कोई प्रतिष्ठित पद दिलाने का आश्वासन दिया।
इसके बाद उन सबने कथित तौर पर जगदीश पाटनी से 25 लाख रुपए ले लिए - 5 लाख रुपए नकद और 20 लाख रुपए तीन अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए। शिकायत में कहा गया है कि जब तीन महीने तक कुछ भी नहीं हुआ, तो आरोपी ने ब्याज सहित पैसे लौटाने का वादा किया।
पुलिस ने कहा, जब जगदीश पाटनी ने अपने पैसे वापस मांगे, तो उन्होंने धमकियां देना शुरू कर दिया और आक्रामक व्यवहार करना शुरू कर दिया। जगदीश पाटनी ने आगे आरोप लगाया कि ठगों ने राजनीतिक संबंधों के अपने झूठे दावों को मजबूत करने के लिए अपने ही एक साथी को अधिकारी बनाकर उनसे मिलवाया, जिसका नाम हिमांशु था।