बेहद संघर्ष भरी रही है मिस इंडिया 2020 की रनरअप मान्या सिंह की लाइफ, कभी बर्तन धोने का करती थीं काम

Webdunia
शुक्रवार, 12 फ़रवरी 2021 (18:03 IST)
फेमिना मिस इंडिया 2020 के विनर की घोषणा हो चुकी है। इस प्रतियोगिता में तेलंगाना की मानसा वाराणसी ने मिस इंडिया 2020 का खिताब अपने नाम किया है। मानसा के अलावा फर्स्ट रनरअप उत्तर प्रदेश की मान्या सिंह और सेकेंड रनरअप मनिका शियोकांड रहीं।

 
मान्या सिंह ने भले ही वीएलसीसी मिस इंडिया 2020 का खिताब अपने नाम न किया हो लेकिन सोशल मीडिया पर उनकी जबरदस्त चर्चा हो रही है। इसकी वजह मान्या सिंह का रियल लाइफ में स्ट्रग्ल है। मान्या ने कुछ महीने पहले सोशल मीडिया पर एक लंबे चौड़े पोस्ट के साथ ही खुद अपने संघर्ष की कहानी को शेयर किया था।
 
मान्या सिंह की लाइफ प्रतियोगिता में भाग लेने वाले अन्य प्रतिभागियों से काफी अलग और कठिनाईयों भरा रहा था। उनके पिता एक ऑटो रिश्का चालक हैं। वहीं उनका बचपन कई तरह की मुश्किलों में गुजरा है। मान्या ने अपने इंस्टाग्राम पर स्टोरी शेयर कर अपने संघर्ष के साथ ही अपनी जर्नी को शेयर किया है।
 
मान्या ने सोशल मीडिया पोस्ट पर अपने बारे में खुलासा करते हुए लिखा था, मैंने भोजन और नींद के बिना कई रातें बिताई हैं। मेरे पास कई मीलों तक चलने के लिए पैसे नहीं होते थे। मेरे खून, पसीने और आंसुओं ने मेरे सपनों को आगे बढ़ाने के लिए साहस जुटाया है। ऑटो रिक्शा चालक की बेटी होने के नाते, मुझे कभी स्कूल जाने का अवसर नहीं मिला क्योंकि मुझे अपनी बचपन में ही काम करना शुरू करना था। 
 
मेरी मां के पास मेरी परीक्षा की फीस भरने के लिए पैसे नहीं थे जिसकी वजह से उन्होंने अपने गहने तक गिरवी रख दिए थे और हमेशा पैशन को फॉलो करने के लिए कहा।मेरी मां ने मेरे लिए बहुत कुछ झेला है। मैं 14 साल की उम्र घर से भाग गई थी। दिन के वक्त मैं पढ़ाई करती थी। वहीं शाम को बर्तन धोती थी और रात के वक्त कॉल सेंटर में काम करती थी। 
 
उन्होंने लिखा, मैं मीलों तक पैदल चलकर जाती ताकि रिक्शे का किराया बचा सकूं। आज मैं वीएलसीसी फेमिना मिस इंडिया 2020 के मंच पर सिर्फ और सिर्फ अपने माता-पिता और भाई की वजह से। इन लोगों ने मुझे सिखाया कि आपको अगर खुद पर विश्वास है तो आपके सपने पूरे हो सकते हैं।

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