आज की प्रतिभाओं को बीते ज़माने के गानों के साथ मिलाने का वादा करते हुए, यह सीजन भावनाओं, यादों और असाधारण प्रतिभा के सफर के साथ भारतीय संगीत की आवाज़ों का एक संगीतमय उत्सव होगा।
एक पिता का दूसरे पिता के लिए एक दिल को छू लेने वाला, अनकहा संदेश साझा करते हुए। धर्मेश चंडीगढ़ के एक संगीत से जुड़े परिवार से हैं और उन्होंने 2019 से अपनी बेटी को नहीं देखा है, यानी उनके बच्चे के जन्म के कुछ ही महीने बाद। इस दर्द ने उन्हें गहरे अवसाद में धकेल दिया, लेकिन संगीत ही उनका एकमात्र सहारा बन गया। उनकी कहानी बादशाह से गहराई से जुड़ती है, जो अपने बच्चे से दूर रहने के दर्द को भी समझते हैं।
उनकी कहानी से प्रभावित होकर, जज बादशाह ने कहा, मुझे निराश मत करो। किसी इंसान को निराश मत करो। किसी पिता को निराश मत करो। धर्मेश, अपने इमोशन को इतना हावी मत होने दो। मुझे पता है ये इमोशन क्या है, मैं भी अपनी बच्ची से दूर रहता हूं।