जॉय मुखर्जी ने अपने फिल्मी सफर की शुरूआत 1960 में साधना के साथ ‘लव इन शिमला’ फिल्म से की थी और ‘फिर वही दिल लाया हूं, ‘लव इन तोक्यो’ तथा ‘जिद्दी’ जैसी कई कामयाब फिल्में दीं। उनका वर्ष 2012 में 73 साल की उम्र में निधन हो गया था।
मोनजॉय ने कहा, ‘‘मेरे पिता भी उसी बुरे दौर से गुजरे जिससे अभिनेता गुजरते हैं। उन बुरे दिनों में हम बच्चे थे। जब वह कामयाबी के शिखर पर थे तब बहुत सारे लोग उनके आसपास रहते थे, लेकिन असफलता के दौर में तो उद्योग से ताल्लुक रखने वाले लगभग सभी लोगों ने उनसे मुंह फेर लिया।’’