मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि फिल्म का टाइटल दिमागी बीमारी को कलंकित कर रहा है और पोस्टर इसे साबित भी कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इंडियन साइकिएट्रिक सोसायटी (आईपीएस) ने सेंसर बोर्ड, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और पीएमओ को लेटर लिखा है। जिसमें फिल्म के टाइटल पर आपत्ति जताई गई है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, आईपीएस का कहना है कि इस फिल्म का टाइटल मानसिक रोगियों का अपमान कर रहा है। यह मानसिक रोगों से पीड़ित लोगों के साथ भेदभाव करते हुए उन्हें कलंकित कर रहा है। सोसाइटी की ओर से सेंसर बोर्ड को भी चिट्ठी लिखकर कहा गया है कि फ्रीडम ऑफ स्पीच और क्रिएटिविटी के नाम पर मानसिक रोगियों का मजाक नहीं उड़ाया जा सकता। सोसायटी ने मांग की है कि मेंटल है क्या फिल्म का टाइटल और इसके सभी पोस्टरों को सभी प्लेटफॉर्म्स से हटाया जाए।