ट्रेलर की शुरुआत में युवा इंदिरा गांधी के राजनीति में प्रवेश करते ही उनके पिता, दिवंगत पीएम जवाहरलाल नेहरू के साथ रिश्ते को दिखाया गया है। इंदिरा गांधी को इंट्रोड्यूस करते हुए आवाज आती है, 'जिसके हाथ में सत्ता होती है वो कहलाता है शासक।' इसके बाद विपक्ष में बैठ लोग इंदिरा गांधी को 'गूंगी गुड़िया' बताते हुए कहते हैं उन्होंने अपने बाप को नीचे गिराकर उनकी कुर्सी को हड़पा है।
ट्रेलर में दिखाया गया है कि आपातकाल के ऐलान के बाद देश में कैसे हालात हो गए हैं। ट्रेलर में संजय गांधक्ष को अपने अलग निर्णय लेते दिखाया गया है। वह कोर्ट, अखबार, प्रिंटिंग प्रेस समेत हर जगह को बंद करवा देते हैं। वहीं इंदिरा गांधी खुद को कैबिनेट बताकर एक बड़े फैसले पर साइन करती हैं।
फिल्म में जयप्रकाश नारायण के रोल में अनुपम खेर, अटल बिहारी वाजपेयी के रोल में श्रेयस तलपड़े, मोरारजी देसाई के रोल में अशोक छाबड़ा नजर आ रहे हैं। वहीं महिमा चौधरी, इंदिरा गांधी की करीबी सहयोगी पुपुल जयकर के रोल में हैं। विशाक नायर ने संजय गांधी का रोल निभाया है।