कंगना ने कविता सुनाते हुए कहा, मेरी राख को गंगा में मत बहाना। हर नदी सागर में जाकर मिलती है। मुझे सागर की गहराईयों से डर लगता है। मैं आसमान को छूना चाहती हूं। मेरी राख को इन पहाड़ों में बिखेर देना जिससे कि जब सूरज उगे तो मैं उसे छू सकूं। जब मैं तन्हा रहूं तो मैं चांद से बाते करूं।'
कंगना रनौट इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं। किसान आंदोलन के खिलाफ उन्होंने कई ट्वीट किए थे। जिसके बाद उनकी और सिंगर-एक्टर दिलजीत दोसांझ की ट्विटर पर जंग छिड़ गई थी। वर्क फ्रंट पर बात करें तो कंगना फिल्म 'थलाइवी' की शूटिंग पूरी कर चुकी हैं। वहीं फिल्म 'धाकड़' और 'तेजस' की तैयारियां कर रही हैं।