कहा जा रहा है कि कोरोना जब लंदन से लौटीं तो उन्हें कहा गया था कि उनकी तबियत ठीक नहीं है। कोरोना का अटैक भी हो सकता है। उन्हें घर पर ही रूक कर आराम करना चाहिए, लेकिन कनिका ने इस बात की अनदेखी की कर दी।
कनिका के केस से यही सबक लेना चाहिए कि जिसकी तबियत थोड़ी भी खराब हो, कोरोना का अंदेशा हो, वो घर पर ही रहे। किसी से भी नहीं मिले। वरना न केवल अपनी बल्कि अपने नजदीकियों को भी वह खतरे में डाल देगा।