फिल्म के मेकर्स ने इसे बनाने में 80 करोड़ रुपये की भारी-भरकम राशि खर्च की है, जिसमें से 60 करोड़ रुपये रिलीज के पहले ही आ गए हैं। 45 करोड़ रुपये सैटेलाइट्स राइट्स के बदले में प्राप्त हुए और 15 करोड़ रुपये की राशि उन ब्रैंड्स से प्राप्त हुई जो फिल्म से जुड़े हुए हैं। बचे 20 करोड़ रुपये वसूलना फिल्म के लिए बहुत आसान है। यानी कि फिल्म पहले से ही हिट हो गई है।
धोनी की बायोपिक होने के साथ-साथ इस फिल्म में धोनी के जीवन के उन पहलुओं को भी उजागर किया गया है जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। फिल्म को रियलिस्टिक लुक देने के लिए फिल्म को रियल लोकेशन्स पर शूट किया गया है, जैसे रांची में धोनी के घर पर, उनके स्कूल में, खड्गपुर स्टेशन पर जहां धोनी टीटी के रूप में कार्यरत थे।