उन्होंने कहा, मैं हर श्रावण मास में व्रत रखती हूं और सभी के अच्छे स्वास्थ्य और सलामती के लिए प्रार्थना करती हूं। मैं यह भी मानती हूं कि विघ्नहर्ता गणेश में पार्वती माता का रोल निभाना किसी आशीर्वाद से कम नहीं है। मैं इस अवसर के लिए सभी की आभारी हूं।
आने वाले एपिसोड में दर्शक देखेंगे कि तुलसीदास के पुराने शिष्यों में से एक संत, नगर में आते हैं और सभी को उनके खिलाफ भड़काते हैं। वो सभी से कहते हैं कि तुलसीदास की कक्षा में ना जाएं क्योंकि वो असली शिक्षक नहीं हैं। ये सारी घटनाएं देखते हुए प्रभु महादेव और माता पार्वती हतप्रभ रह जाते हैं।