मनीषा ने कहा, कैंसर से उनकी लड़ाई ने उन्हे बेहतर कलाकार बनाया है। मैं अब हर चीज को लेकर ज्यादा दिमाग लगा रही हूं। मैंने जिंगी का अनुभव लिया है और इस तरीके से मैं कह सकती हूं कि कैंसर से जंग जीतने से मैं एक बेहतर कलाकार बन गई हूं।
उन्होंने कहा कि मैं जानती हूं कि इन दिनों, जब मैं कोई कहानी सुनती हूं या किरदार के बारे में पढ़ती हूं तो मैं उसकी गहराई में चली जाती हूं, मैं मेरे किरदार के दिमाग के साथ जुड़ने का प्रयास करती हूं और यह वही बारीकियां हैं, जिन्हें मैं तलाश रही थी।