डेब्यू फिल्म 'पृथ्वीराज' के लिए मानुषी छिल्लर ने की कड़ी मेहनत, सीखी घुड़सवारी, तीरंदाजी और तलवारबाजी
इस फिल्म के लिए मानुषी छिल्लर ने जमकर मेहनत की है। फिल्म के लिए उन्होंने घुड़सवारी, तीरंदासी और तलवारबाजी सीखी हैं। मानुषी छिल्लर ने बताया, पृथ्वीराज की तैयारियों के दौरान उनका लंबा और बेहद व्यस्त प्रिपरेशन शेड्यूल रहा। इस दौरान उन्होंने अपनी क्लासिकल डांसिंग स्किल्स को निखारने के साथ ही घुड़सवारी, तीरंदाजी और तलवारबाजी भी सीखी है।
मानुषी ने कहा, मेरा प्रिपरेशन शेड्यूल लंबा और इंटेंस रहा। आदि सर और मेरे निर्देशक डॉ. चंद्रप्रकाश जी चाहते थे कि अपना पहला शॉट भी देने से पहले मैं उसकी तैयारी करूं और जब मैं पीछे मुड़कर देखती हूं, तो मैं इस बात की शुक्रगुजार हूं कि मैंने कड़ी मेहनत की। मैं एक प्रशिक्षित क्लासिकल डांसर हूं और इस फिल्म ने मुझे अपनी डांसिंग स्किल्स को निखारने में मदद की, क्योंकि फिल्म में मेरे ऊपर तीन गाने हैं।
मानुषी छिल्लर ने बताया, मुझे कोरियोग्राफी करना था, खासकर हद कर दे गाने में। यह एक खूबसूरत होली सॉन्ग है और इसके लिए मुझे परफेक्ट होने की जरूरत थी। और इस फैक्ट को दर्शकों को दिखाना भी था कि मैं अच्छा डांस कर सकती हूं। उम्मीद करती हूं कि मैं लोगों को यह दिखाने में कामयाब रही हूं कि मैं एक हार्ड-वर्किंग एक्टर हूं जो अपनी पहली फिल्म से परफेक्शन की तलाश कर रही है।
उन्होंने कहा, बचपन में मैंने घुड़सवारी सीखी है। क्योंकि मेरे पिताजी मुझे और मेरे भाई-बहनों को घुड़सवारी कराने के लिए ले जाया करते थे। इसलिए मुझे इसके बेसिक्स पता थे, लेकिन मुझे कभी घोड़े को सरपट नहीं दौड़ाना पड़ा। फिल्म में मेरा घुड़सवारी का सीक्वेंस है, लेकिन मैं अक्षय सर के पीछे बैठी हूं। उस सीक्वेंस को करना दिलचस्प था। मैं आर्ट की स्टूडेंट हूं।