बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार की आने वाली फिल्म 'लक्ष्मी बॉम्ब' इन दिनों काफी सुर्खियों में बनी हुई है। इस फिल्म का प्रमोशन जोरों-शोरों से चल रहा है, वहीं फिल्म को आलोचना का सामना भी करना पड़ रहा है। फिल्म के टाइटल से लेकर कहानी तक, हर पहलू पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
मुकेश खन्ना ने लिखा, 'क्या लक्ष्मी बॉम्ब के टाइटल से कोई फिल्म रिलीज होनी चाहिए? मुझसे पूछो तो फिल्म बैन जायज नहीं है। क्योंकि अभी सिर्फ ट्रेलर देखा है फिल्म अभी बाकी है। फिल्म के टाइटल की बात करते हैं। लक्ष्मी के आगे बॉम्ब जोड़ना शरारत से भरा लगता है। कमर्शियल लाभ की सोच लगती है। क्या इसकी अनुमति होनी चाहिए? जाहिर है नहीं!
उन्होंने लिखा, क्या आप अल्लाह बॉम्ब या बदमाश जीसस फिल्म का नाम रख सकते हैं। जाहिर है नहीं, तो फिर लक्ष्मी बॉम्ब कैसे। यह धृष्टता फिल्मी लोग इसलिए करते हैं कि वह जानते हैं कि इसमें शोर मचेगा, लोग चिल्लाएंगे फिर चुप हो जाएंगे। लेकिन लगे हाथों फिल्म का प्रमोशन हो जाएगा। फिल्म तो रिलीज होनी ही है।'
मुकेश खन्ना ने लिखा, लोग टूट पड़ेंगे फर्स्ट डे फर्स्ट शो देखने के लिए। यह होता रहेगा इसे रोकना पड़ेगा और यह जनता जनार्दन ही कर सकती है। एक बात तो साफ है कि इन कमर्शियल लोगों में हिंदूओं का डर या खौफ रत्ती भर नहीं है। वह उन्हें सहिष्णु मानते हैं। सॉफ्ट टारगेट समझते हैं। उन्हें पता है किसी और धर्म या संप्रदाय से पंगा लेकर के बताओ तो तलवारें निकल आएंगी तलवारें। इसलिए उनको लेकर फिल्म के टाइटल नहीं बनते।'
कुछ लोग इसे लव जिहाद या इस्लामिक फंडिंग का नाम दे रहे हैं। हो सकता, नहीं भी हो सकता है। फिल्मों में 40 साल बिताकर इतना तो दावे के साथ कह सकता हूं हर प्रोड्यूसर अपनी फिल्म को हिट देखना चाहता है। इसलिए ऐसे पैंतरे लाता है। लक्ष्मी बॉम्ब उन्हीं में से एक है डिफ्यूज करो इसे।