Poonam Pandey: एक्ट्रेस और मॉडल इन दिनों अपनी मौत की झूठी अफवाह फैलाने की वजह से सुर्खियों में हैं। पूनम पांडे की टीम ने 2 फरवरी को उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर करके बताया था कि एक्ट्रेस की सर्वाइकल कैंसर की वजह से मौत हो गई है। इस खबर ने हर किसी को हैरान कर दिया था।
हालांकि बाद में पूनम ने खुद वीडियो शेयर करके खुलासा किया था कि वह जिंदा हैं और उन्होंने सर्वाइकल कैंसर के प्रति जागरूक फैलाने के लिए यह नाटक किया था। इसके बाद से ही पूनम पांडे के इस भद्दे मजाक की हर कोई निंदा कर रहा है। इसे लेकर पूनम के खिलाफ शिकायत तक दर्ज हो गई है।
अब पूनम की मौत की नौटंकी के पीछे की कंपनी श्बांग ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करके माफी मांगी है। इसके साथ उन्होंने दावा किया कि इस स्टंट के बाद सर्वाइकल कैंसर के बारे में चर्चा ज्यादा होने लगी है।
श्बांग ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, हां, हम हॉटरफ्लाई के सहयोग से सर्वाइकल कैंसर के बारे में जागरुकता फैलाने की पूनम पांडे की पहल में शामिल थे। शुरुआत करने के लिए हम दिल से माफी मांगना चाहेंगे। विशेष रूप से उन लोगों के प्रति जो किसी भी प्रकार के कैंसर की कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं या उनके प्रियजन कर रहे हैं।
उन्होंने लिखा, हमारा एक्शन एकमात्र मिशन था कि सर्वाइकल कैंसर के बारे में जागरुकता बढ़ाना। साल 2022 में भारत में 123,907 सर्वाइकल कैंसर के मामले और 77,348 मौतें दर्ज की गईं। ब्रेस्ट कैंसर के बाद सर्वाइकल कैंसर भारत में मध्यम आयु वर्ग की महिलाओं को प्रभावित करने वाली दूसरी सबसे ज्यादा घातक बीमारी है।
एजेंसी ने लिखा, आप में से बहुत से लोग अनजान हो सकते हैं लेकिन पूनम की अपनी मां ने बहादुरी से कैंसर से लड़ाई लड़ी है। इतने करीबी के पर्सनल लाइफ में इस तरह की बीमारी से लड़ने की चुनौतियों से गुजरने के बाद, वह रोकथाम के महत्व और जागरूकता की गंभीरता को समझती हैं, खासकर जब एक टीका अवेलेबल है।
पोस्ट में लिखा है, सर्वाइकल कैंसर के बारे में लोगों की जिज्ञासा में कोई बदलाव नहीं आया, जब हमारी माननीय वित्त मंत्री ने कुछ दिन पहले ही केंद्रीय बजट के दौरान इसका जिक्र किया था। पूनम के इस कदम के बाद अब 'सर्वाइकल कैंसर' और इससे संबंधित शब्द Google पर सबसे ज्यादा खोजा जाने वाला टॉपिक बन गया है। इस देश के इतिहास में यह पहली बार है कि 'सर्वाइकल कैंसर' शब्द 1000 से ज्यादा हेडलाइन में है।
उन्होंने लिखा, फिर भी हम उन लोगों से गहराई से माफी मांगना चाहते हैं। जो इस पहल के कारण आहत हुए होंगे। हम समझते हैं कि हमारे तरीकों ने अप्रोच के बारे में बहस छेड़ दी होगी। हालांकि हमें किसी भी परेशानी के लिए खेद है, लेकिन अगर इस कदम के बाद बहुत जरूरी जागरुकता फैलती है और मौतों को रोका जा सकता है, तो ये इसका वास्तविक प्रभाव होगा।