राहुल महाजन ने एबीपी न्यूज से बात करते हुए कहा, जब शहनाज गिल श्मशान घाट आईं तो वो जोर से चीखी मम्मी जी, मेरा बच्चा, मम्मी जी, मेरा बच्चा। शहनाज, सिद्धार्थ के पैर रगड़ रही थीं, ये जानते हुए कि वह अब जिंदा नहीं है। शहनाज पूरी तरह से सदमे में है और इस बात पर यकीन ही नहीं कर पा रही हैं।
राहुल ने कहा, मुझे याद है कि शहनाज के कंधे पर जब मैंने हाथ रखा उसे संभालने के लिए और उसने मुझे देखा तो मैं तुरंत पीछे हट गया। मैं उसकी हालत देखकर डर गया था। वह सुन्न थीं। उसकी हालत और मानसिक स्थित देखकर मैं सिद्धार्थ के अंतिम संस्कार के समय कांप रहा था।
उन्होंने कहा, शहनाज पूरी तरह से पीली हो गई थी, जैसे कोई तूफान आया हो और सब कुछ धो डाला हो। सिद्धार्थ और शहनाज का रिश्ता बहुत गहरा था। पति-पत्नी का भी इतना गहरा नहीं होता जितना उनका था।