अब रजनीकांत ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। रजनीकांत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा, आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रकाश जावड़ेकर और ज्यूरी को मेरा धन्यवाद, जो उन्होंने मेरा नाम दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड के लिए चुना। मैं इस अवॉर्ड को उन लोगों को समर्पित करता हूं, जो मेरे इस सफर में साथ रहे। सभी को दिल से धन्यवाद।
प्रकाश जावड़ेकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- 'आज इस साल का दादा साहब फाल्के अवॉर्ड महान नायक रजनीकांत को घोषित करते हुए हमें बहुत खुशी है। इस ज्यूरी में आशा भोंसले, मोहनलाल, विश्वजीत चटर्जी, शंकर महादेवन और सुभाष घई जैसे कलाकार शामिल रहे हैं।
बता दें कि रजनीकांत का फिल्मी सफर मुश्किलों से भरा रहा। बचपन में उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। रजनीकांत की असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ था। रजनीकांत फिल्मों में आने से पहले बस कंडक्टर की नौकरी करते थे। रजनीकांत ने तमिल फिल्म इंडस्ट्री में बालचंद्र की फिल्म 'अपूर्वा रागनगाल' से एंट्री ली थी।