बॉलीवुड के वर्तमान दौर के स्टार रणबीर कपूर जितने शानदार कलाकार हैं, उतने ही संवेदनशील बेटे भी हैं। दिवंगत अभिनेता ऋषि कपूर की यादें आज भी उनके दिल में उतनी ही ताजा हैं, जितनी किसी फिल्म की पहली स्क्रीनिंग का रोमांच। रणबीर ने कुछ वर्ष पहले वेबदुनिया को दिए एक इंटरव्यू में जब अपने पिता को याद किया था, तो उनकी बातों में सिर्फ स्टारडम नहीं, एक बेटे का भावनात्मक लगाव छलकता दिखा।
रणबीर ने कहा, “मैं पापा का बहुत बड़ा फैन हूं। उनकी सारी फिल्में मैंने देखी हैं।” और इसी बात से उनकी भावनाएं शुरू होती हैं। वह बताते हैं कि जमाने को दिखाना है उनकी फेवरेट फिल्म है, भले ही वह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर न चली हो। उस फिल्म का गाना होगा तुमसे प्यारा कौन आज भी रणबीर को बेहद प्रिय है। उन्होंने तो यहां तक कहा कि अगर मौका मिले, तो वह इस फिल्म का रीमेक करना चाहेंगे।
रणबीर कपूर का प्यार सिर्फ अपने पिता तक सीमित नहीं था। उन्होंने मां नीतू कपूर की फिल्मों को भी देखा, लेकिन उनमें एक मासूमियत और चुटीला अंदाज़ भी दिखा। रणबीर ने मुस्कराते हुए कहा, “मैं जब मम्मी को किसी और हीरो के साथ देखता, तो थोड़ा शरमाता और कभी-कभी गुस्सा भी आता था।”
पिता की कर्ज, चांदनी, और प्रेम रोग जैसी क्लासिक फिल्मों ने रणबीर पर गहरा असर डाला। वहीं मम्मी-पापा की साथ की गई फिल्में, रफूचक्कर और खेल खेल में, उनके लिए सिर्फ फिल्में नहीं थीं, वो यादों की एक गहराई थीं।