रंजीत ने हाल ही में टीओआई को दिए एक इंटरव्यू में अपने करियर के खत्म होने का ठीकरा एक्ट्रेसेस के छोटे कपड़ों पर फोड़ा। रंजीत ने कहा, उन दिनों कोई भी फिल्म साइन करने से पहले कहानी नहीं सुनता था। यहां तक कि मुख्य कलाकारों को भी एक लाइन ही बता दी जाती थी। मेरे जैसे अभिनेताओं ने यह मान लिया था कि अगर कोई फिल्म निर्माता उनके पास आ रहा है, तो वह उस भूमिका के लिए होना चाहिए, जिसके लिए वह फिट हैं।
रंजीत ने कहा, मुझे विलेन की भूमिका निभाने में कोई दिक्कत नहीं हुई। बेशक, शुरू में सामाजिक परिणाम खराब रहे। मेरा परिवार परेशान था, लेकिन आखिरकार उन्हें एहसास हुआ कि यह मेरा काम है। मैंने कभी अपने करियर की योजना नहीं बनाई। मेरे रास्ते में जो कुछ भी आया, उसमें बस खुद को ढालता चला गया।
उन्होंने कहा, मैंने कई फिल्मों में रेपिस्ट का किरदार निभाया है, लेकिन उनकी सह-कलाकार उनके साथ काफी सहज महसूस करती थीं। अगर किसी फिल्म में मैं नहीं होता था और उसमें रेप सीन होता था, तो अभिनेत्रियां मुझे बुलाने के लिए कहती थीं। वे मुझे रेप स्पेशलिस्ट बुलाने लगी थीं।
रंजीत ने कहा, पुराने दिनों की बात करें तो उस समय वल्गर नहीं लगता था। वो चीजें अबकी तरह नहीं थीं। यहां कोई लवमेकिंग सीन नहीं रहे। वे ब्लू फिल्म ही क्यों नहीं बना लेते? उन्होंने मजाकियां अंदाज में कहा, मैं हमेशा मजाक में कहता था कि फैशन ने मेरा करियर बर्बाद कर दिया। लड़कियों ने इतने छोटे कपड़े पहनने शुरू कर दिए कि खींचने को कुछ बचा ही नहीं।