बॉलीवुड एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा ने पायल घोष, कमाल आर खान सहित अन्य के खिलाफ 1.1 करोड़ रुपए का मानहानि केस किया है। इस केस के बाद पायल घोष और केआरके की मुसीबत बढ़ गई है। वहीं अब केआरके ने इस पर रिएक्ट किया है। उन्होंने इस कार्रवाई को ही बकवास बता दिया है।
केआरके ने अभिव्यक्ति की आजादी का मुद्दा उठाते हुए इस मानहानि नोटिस को ही गलत बताया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, फेक केस की वजह से पेंटर एमएफ हुसैन ने देश छोड़ दिया था। यहां कोई भी पब्लिसिटी के लिए किसी के भी खिलाफ शिकायत कर देता है, ये बंद होना चाहिए।
उन्होंने लिखा, अगर मेरा एक ट्वीट कानून के खिलाफ है, अभिव्यक्ति की आजादी कहा है? बंद करो ये बकवास। हालांकि केआरके ने अपने ट्वीट में ऋचा का नाम तो नहीं लिया है, लेकिन उनका निशाना उसी तरफ है।
इससे पहले पायल घोष ने भी इस मानहानि नोटिस को अवैध बताया है। उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था- मैंने उन्हें बदनाम नहीं किया है। मुझे नहीं समझ आ रहा कि ये क्या केस है' मैंने सिर्फ वहीं बोला था जो मिस्टर कश्यप ने मुझे बताया था। ये मेरे निजी विचार नहीं हैं। ये मानहानि केस एकदम अवैध है। लेकिन अब मैं भी इस केस को लड़ने को तैयार हूं।
बता दें कि ऋचा चड्ढा का कहना है कि पायल घोष के दावे पूरी तरह झूठे हैं। उन्होंने इतने साल फिल्म इंडस्ट्री में कड़ी मेहनत करके जो नाम कमाया है उसे पायल घोष खराब करना चाहती हैं। दूसरी तरफ पायल ने कहा था कि उनका इरादा किसी को बदनाम करने का नहीं था, जब उन्होंने अनुराग कश्यप पर यौन दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए हुमा कुरैशी, माही गिल और ऋचा चड्ढा का नाम लिया था। पायल ने दावा किया था कि वह सिर्फ अनुराग का असली चेहरा दुनिया के सामने लाना चाहती थीं।