एक इंटरव्यू के दौरान रूमी ने कहा, खुदा कोई ऐसा करिश्मा कर दे कि मैं सुशांत को डांट लगा कर पूछ सकूं कि भाई तुमने आखिर ऐसा क्यों किया, क्यों हम सब को छोड़ कर ऐसे ही चले गए। सुशांत मेरे दोस्त जैसा था। वो मुझसे जूनियर भले ही था लेकिन मैंने उससे कई चीजें सीखी हैं।
उन्होंने कहा, इतना अच्छा इंसान, हमेशा हंसते रहना, काम की बात करना, मेरे घरवालों को अपना परिवार जैसा सम्मान देना और साथ ही एक ऐसा कलाकार जो प्रतिभा से भरा हो बहुत कम लोग ऐसे होते हैं। मुझे सुशांत के परिवार के बारे में सोच कर बहुत दुख होता है कि जिन्होंने उन्हें पाल पोसकर बड़ा किया, वो कैसा महसूस करते होंगे। हम कुछ ही दिन से सुशांत को जानते थे लेकिन इतने कम समय में ही दिल का रिश्ता जुड़ गया था।