डॉक्टर कोरोना संक्रमित मरीजों से मिल रहे हैं, अपने परिवार के लोगों से नहीं मिल रहे हैं। वो बिना आराम के काम कर रहे हैं, लगातार पीपीआई पहने रहते हैं और जब हम अपनों को खोते हैं तो हम उनपर हमला कर रहे हैं। डॉक्टर हमारे लिए भगवान की तरह हैं, जिस तरह का माहौल इस समय है हमे उनकी मुश्किल को भी समझना चाहिए, अगर कोई मरीज जान गंवाता है तो इसमे डॉक्टरों की गलती नहीं होती है।