उन्होंने बताया कि वो वर्सोवा के एक बार में अपने क्लोज फ्रेंड के साथ पहुंची थीं। लेकिन सिक्योरिटी ने उन्हें अंदर जाने से मना कर दिया और आईडी मांगने लगा। उन्होंने आगे यह भी बताया कि इसके बाद मैने अपने पर्स में हर जगह अपनी आईडी ढूंढी और आखिरकार उन्हें अपना आईडी प्रूफ मिल गया और इसे देखने के बाद सिक्योरिटी ने उन्हें अंदर जाने दिया।