फिल्ममेकर ओनिर ने कहा कि वे एक ऑफबीट डायरेक्टर नहीं है उन्हें इसका लेबल गलत तरीके से दिया गया है। 48 वर्षीय ओनिर एक नेशनल अवॉर्ड विनर है जिन्हें उनकी फिल्म 'माय ब्रदर...निखिल' और 'आइ एम' के लिए जाना जाता है।
उन्होंने कहा 'मुझे गलत तरीके से आर्ट हाउस डायरेक्टर बना दिया गया है। मेरे हिसाब' से मैंने कभी आर्ट हाउस फिल्में नहीं बनाई। ना ही मेरी 'माय ब्रदर....निखिल' और ना ही 'सॉरी भाई' या 'बस एक'। फिल्मों में जो म्यूजिक और नरेटिव पेश कराता हूं वह सारी मुख्यधारा से जुड़ी हुई है।' ओनिर यह सब एक इंटरव्यू में कहा।
ओनिर अपनी अपकमिंग फिल्म ''शब'' के प्रमोशन में व्यस्त हैं जो 14 जुलाई को रिलीज हो रही है। उन्होंने कहा 'मेरे पास आर्ट फिल्म बनाने के लिए पर्याप्त क्षमता नहीं है। मैं आर्ट हाउस फिल्में बनाने के बारे में सोचता भी नहीं क्योंकि मेरे पास स्किल नहीं है। मैं मुख्यधारा की फिल्में बनाता हूं जिनका कंटेंट सच्चाई से प्रेरित लगता है इसलिए उन्हें आर्ट हाउस डायरेक्टर का टैग दे दिया गया।'
ओनिर ने 'शब' की स्क्रिप्ट लिखने की शुरुआत वर्ष 2000 में की थी और दमन फिल्म की एडिटर कल्पना लाजिमी के सामने पेश की पर इसे बनने में 17 साल लग गए। ओनिर ने कहा कि 'मैं इस फिल्म में रवीना टंडन और संजय सूरी को लेना चाहता था। सन् 2000 में मैंने जब 'शब' की स्क्रिप्ट लिखी तो रवीना टंडन और संजय सूरी से पहली बार दमन के सेट पर मिला। मेरे पास बहुत सारे विचार थे और संजय सूरी ने मुझे स्क्रिप्ट लिखने के लिए प्रोत्साहित किया। इस फिल्म ने बनने में बहुत समय लिया। मेरी बाकी सारी फिल्में बन गई पर 'शब' नहीं बन पाई।'
ओनिर ने आगे कहा कि 'मैंने फिल्म को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया। मैं फिर से दोनों के पास गया। जब मैं संजय सूरी के पास गया तो उन्हें मनाने की जरूरत नहीं पड़ी। उन्होंने कहा कि जब से यह फिल्म बनना शुरु हुई है तब से मैं इसके साथ हूं। उन्हें प्रोड्यूसर बनने के लिए मनाना नहीं पड़ा। रवीना स्क्रिप्ट के बारे में पहले से ही जानती थी इसलिए उन्हें इस फिल्म में काम करने में ज्यादा कठिनाई नहीं हुई।'
18 से 22 जुलाई तक मनाए जा रहे अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल सिडनी के लिए ओनिर की फिल्म 'शब' का चयन किया गया है।