शबाना आज़मी, बॉलीवुड की एक ऐसी शख़्सियत, जिन्होंने पारंपरिक और व्यावसायिक सिनेमा की दुनिया में अहम स्थान बनाया, ने हाल ही में फिल्मफेयर के शो 'इन द रिंग' में अपनी जिंदगी के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं को साझा किया। अपने करियर, रिश्तों और व्यक्तिगत संघर्षों पर विचार करते हुए शबाना ने न केवल अपने जीवन के उथल-पुथल के बारे में बात की, बल्कि एक-एक यादगार लम्हे को भी दोहराया।
शबाना आज़मी का अपने करियर पर विचार
अपने करियर के बारे में बात करते हुए शबाना ने कहा कि वह अपने किए गए फैसलों से पूरी तरह संतुष्ट हैं और उन्हें कोई पछतावा नहीं है। "जो किया, वही सही था," उन्होंने कहा, "मेरे लिए कोई विकल्प नहीं था, हर गलती और हर कदम मेरे रास्ते का हिस्सा था।" शबाना का यह बयान उनके आत्मविश्वास और संघर्ष के प्रतीक के रूप में उभरकर आया।
परवीन बाबी के मानसिक स्वास्थ्य पर शबाना का खुलासा
शबाना ने परवीन बाबी के मानसिक स्वास्थ्य संघर्ष को याद करते हुए बताया, "हम एक फिल्म 'ज्वालामुखी' की शूटिंग कर रहे थे, जब अचानक वह झूमते हुए झाड़ फ़ानूस को देखने लगीं और कहने लगीं कि 'यह झाड़ फ़ानूस मुझ पर गिरने वाला है'।" शबाना ने यह भी कहा कि जब वे फिल्म 'अशांति' की शूटिंग कर रही थीं, तब भी परवीन बाबी में कुछ असामान्य संकेत दिखने लगे थे। "वह दो अंगूर खाकर कहती थीं, 'मैं फटने वाली हूं'," शबाना ने बताया।
स्मिता पाटिल के साथ रिश्ते का खुलासा
शबाना आज़मी और स्मिता पाटिल के बीच मीडिया द्वारा प्रचारित प्रतिस्पर्धा पर शबाना ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, "हम सभी एक-दूसरे से अच्छे दोस्त थे। रेखा और नीतू के साथ हम बहुत समय बिताते थे। यह धारणा कि मुझे दूसरी अभिनेत्रियों से नफरत थी, बिल्कुल गलत है।" शबाना ने यह भी बताया कि फिल्म 'मंथन' में उन्हें भूमिका दी गई थी, लेकिन वे 32 दिनों के लिए उपलब्ध नहीं हो पाई, जिसके कारण श्याम बेनेगल ने उन्हें स्मिता से बदल दिया था।
जावेद अख्तर के साथ विवाह और रिश्ते
शबाना आज़मी ने अपने जीवनसाथी जावेद अख्तर के साथ अपने रिश्ते पर भी बात की। उन्होंने कहा, "हम एक-दूसरे का बहुत सम्मान करते हैं, लेकिन उससे भी ज्यादा, हम बहुत अच्छे दोस्त हैं। जावेद हमेशा कहते हैं, 'शबाना इतनी अच्छी दोस्त हैं, कि हमारी शादी से ज्यादा हमारी दोस्ती मायने रखती है।'"
आगामी पीढ़ी के लिए शबाना का संदेश
अंत में, शबाना ने युवा अभिनेताओं के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश दिया, "अभिनय मत करो अगर तुम सिर्फ अच्छे कपड़े पहनने या नाचने के लिए हो। तुम्हें ऐसा महसूस करना होगा कि अगर तुम इसे नहीं करोगे तो मर जाओगे। तुम्हें हर दिन नकारात्मकता का सामना करना पड़ेगा, और तुम्हारे पास एक पत्थर जैसा दिल होना चाहिए।"
शबाना आज़मी का यह साक्षात्कार न केवल उनके करियर के उतार-चढ़ाव का ब्योरा देता है, बल्कि बॉलीवुड के सुनहरे दिनों की एक झलक भी प्रस्तुत करता है।