प्रोमो वीडियो की शुरुआत तुलसी लैपटॉप पर काम करती दिख रही हैं। बैकग्राउंड से आवाज आती है, 'कभी-कभी सोचती हूं, अपने वो नहीं होते जो तस्वीरों में साथ खड़े होते हैं। अपने वो होते हैं जो मुसीबतों में साथ खड़े होते हैं। लगता है जैसे कल की ही बात हो जब मैं शांति निकेतन आई थी, जहां एक ही छत के नीचे रहकर भी दिलों में दूरियां थीं।'
स्मृति ईरानी आगे कहती हैं, कभी बच्चे भटक गए, तो कभी बहू-बेटियों में फर्क दिखा, लेकिन एक मां-पत्नी और बहू का फर्ज यही कहता है कि उसूलों के साथ प्यार भी हो, तो परिवार साथ रहता है। आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में संस्कार और भी ज्यादा मायने रखते हैं। बदलते वक़्त के साथ चुनौतियां भी हैं, लेकिन जो संस्कार तब थे। वो आज भी वैसे ही हैं। तुलसी फिर से आपके आंगन में खिलने आ रही है।
मेकर्स ने प्रोमो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, बदलते वक्त के साथ, एक नए नजरिए के साथ लौट रही है तुलसी! क्या आप तैयार हैं, उसके इस नए सफर में जुड़ने के लिए? देखिए क्योंकि सास भी कभी बहू थी, 29 जुलाई से, रात 10.30 बजे, सिर्फ स्टार प्लस पर कभी-कभी जियो हॉटस्टार पर।