डॉ. सुभाष चंद्रा ने रतन टाटा संग अपने रिश्तों को लेकर कहा, बहुत लोगों को ये मालूम नहीं है कि एक मीडिया का प्रमोटर होने के नाते, वह मुझसे बहुत आशाएं रखते थे और वह कहते भी थे। इस वजह से कुछ विषयों पर वह मुझसे सलाह भी करते थे। मैं भी कुछ चीजों पर उनसे सलाह लेता था।
उन्होंने कहा, रतन टाटा बड़े ही बेबाक किस्म के आदमी थी। उनको जो चीज जंची, ठीक लगी तो हां कहते थे। नहीं तो वो ना भी कहते थे और कभी-कभी वह डांट भी देते थे। उनकी इस तरह की पर्सनैलिटी थी। एक सच्चा मित्र जिसको कह सकते हैं क्योंकि सच्चा मित्र ही आपको डांट सकता है। इस तरह का मेरा बॉन्ड था उनके साथ।
रतन टाटा की बायोपिक बनाने का ऐलान करते हुए डॉ. सुभाष चंद्रा ने कहा, जी ग्रुप ने आज निर्णय लिया है, उनके ऊपर, उनके जीवन के ऊपर एक बायोग्राफिकल फिल्म बनाई जाएगी, जोकि जी5 पर तो चलेगी ही। बाकी जी के जितनी भी भाषाओं के नेटवर्क हैं, उन सभी भाषाओं में फिल्म बनेगी। पूरे देश और दुनिया को वियोन के माध्यम से वह फिल्म दिखाई जाएगी।