पहले यह रोल आमिर खान को ऑफर हुआ था, लेकिन आमिर उस समय 'दंगल' कर रहे थे और दो फिल्मों में बूढ़े व्यक्ति का किरदार नहीं निभाना चाहते थे। आखिरकार यह रोल ऑफर हुआ परेश रावल को उन्होंने बेहतरीन अभिनय फिल्म में किया है। सुनील दत्त की गंभीरता और साफ-सुथरा व्यक्तित्व परेश के अभिनय में झलकता है।