सुशांत सिंह राजपूत के निधन पर कुमार सानू ने कहा, बॉलीवुड में ज्यादा है नेपोटिज्म

Webdunia
गुरुवार, 25 जून 2020 (12:40 IST)
बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद एक बार फिर बॉलीवुड में नेपोटिज्म और लॉबिंग को लेकर बहस छिड़ गई है। सुशांत के निधन से उदास फैंस लगातार तमाम बॉलीवुड स्टार्स को खरी-खोटी सुना रहे हैं। मशहूर सिंगर कुमार सानू ने भी सुशांत सिंह राजपूत के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए बॉलीवुड में नेपोटिज्म को लेकर प्रतिक्रिया दी है।

 
कुमार सानू ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए सुशांत को श्रद्धांजलि देते हुए फैंस के साथ कई बातें शेयर कीं। सुशांत को प्रतिभाशाली और विनम्र बताते हुए कुमार सानू ने कहा, मुझे अभी तक विश्वास नहीं हो रहा है कि सुशांत सिंह राजपूत ने सुसाइड कर लिया। मैंने जहां तक सुना है, वो बहुत पॉजिटिव इंसान थे। वो एक बेहतरीन एक्टर थे। और अपनी दरियादिली के लिए जाने जाते थे। 
 
कुमार सानू ने कहा, सुशांत ने बहुत कम समय में इतना अच्छा काम किया। उन्होंने बॉलीवुड को हिट फिल्में दी और बहुत कम समय में उन्होंने अपनी जगह बना ली थी। बिहार ने बॉलीवुड को कई टैलेंटेड एक्टर्स दिए, जिन्हें आज पूरा देश देख रहा है। इसमें शत्रुघ्न सिन्हा, मनोज बाजपेयी, शेखर सुमन, उदित नारायण और सुशांत सिंह राजपूत जैसे कलाकार शामिल हैं, जोकि बिहार से हैं। उम्र में सुशांत हमारे बच्चे जैसे ही हैं। उन्होंने इतनी कम उम्र में बेहतरीन काम किया। उन्होंने बहुत अच्छी फिल्में कीं और हमारा मनोरंजन भी किया।
 
उन्होंने कहा, मैं यही कहूंगा कि भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। मैं अभी भी कह रहा हूं कि काश सुशांत ने ऐसा कदम नहीं उठाया होता। उसकी मौत से एक अलग क्रान्ति देखने को मिल रही है। नेपोटिज्म हर जगह होता है, हमारी बॉलीवुड इंडस्ट्री में थोड़ा ज्यादा है। ये आप हैं जो हमें बनाते हैं। कौन किसको बनाएगा और कौन किसको इस इंडस्ट्री से निकाल देगा यह फिल्म बनाने वाले या ऊपर के लोग तय नहीं कर सकते हैं। यह आपके हाथ में है कि किसे रखना है और किसे गिराना। आप ही हैं, जो सभी आर्टिस्टों को बनाते हैं।
 
कुमार सानू ने कहा, मैं एक सलाह देना चाहूंगा कि जो लोग बाहर से मुंबई आते हैं फिल्म या म्यूजिक इंडस्ट्री में स्ट्रगल करने आते हैं वो यहां आकर पहले एक जॉब पकड़ लें और फिर फिल्म या म्यूजिक इंडस्ट्री में स्ट्रगल करें। मैंने भी ऐसा ही किया था। ऐसा करने से आपको रहने-खाने की दिक्कत नहीं होगी और किसी के सामने झुकना नहीं पड़ेगा। इससे आप अपने टैलेंट को भरपूर दिखा पाएंगे। मुझे उम्मीद है कि सुशांत सिंह राजपूत की वजह से आने वाली पीढ़ी को बराबर काम मिलेगा। मैं यही कहूंगा कि सुशांत सिंह राजपूत मर के भी अमर हो गया।
 

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