इस बयान में उन्होंने अपने प्यारे बेटे सुशांत को अलविदा कहा और उनकी यादों को जिंदा रखने के लिए बड़ा ऐलान किया है। सुशांत के परिवार ने बयान जारी करते हुए लिखा, अलविदा सुशांत। दुनिया के लिए जो सुशांत सिंह राजपूत थे वो अपने परिवार के लिए प्यारा गुलथन थे।
वो आजाद ख्याल का, बातूनी और बहुत समझदार लड़के थे। वो हर चीज में दिलचस्पी रखते थे। उनके सपने कभी किसी चीज से रुके नहीं और उन्होंने एक शेर के दिल के साथ उन सपनों का पीछा किया। वो दिल खोलकर हंसा करते थे।
उन्होंने लिखा, वो अपने परिवार का गौरव और प्रेरणा थे। एक दूरबीन हमेशा साथ रखते, शनि ग्रह के छल्लों को निहारने का शौक जो था। हमें ये मानने में बरसों लगेंगे कि उनकी हंसी कभी हमारे कानों में नहीं गूंजेगी।
वे अपने प्रशंसकों से बेहद पार करते थे। आप सबने हमारे गुलशन पर जो असीम प्रेम बरसाया है उसके लिए हम हदय से कृतज हैं अब जब वो हमारे साथ नहीं हैं, उनके स्मृति को संजोने के लिए हमने सुशांत सिंह राजपूत फाउंडेशन की स्थापना की है। उद्देश्य सुशांत के पसंदीदा क्षेत्र जैसे कि सिनेमा, विजान और खेल में उभरती प्रतिभाओं को समर्थन प्रोत्साहन देना है।
उनका बचपन पटना के राजीव नगर में बीता था। उनके आवास को हम उनका स्मारक बनाने जा रहे हैं। वहां उनके हजारो किताबों, दूरबीन, फ्लाइट। स्मियूलेटर, गिटार, फर्निटर, एवं अन्य चीजों को प्रदर्शित करने का विचार है। हमारी हार्दिक इच्छा है कि उनके प्रशंसक उनसे जुड़े रहें। सुशांत के इंस्टाग्राम पेज को करोड़ों प्रशंसक फॉलो करते हैं। हम इसे लेगेसी अकाउंट की तरह चलाए रखना चाहते हैं। जिससे कि सुशांत के दिल का रिश्ता उनके प्रशंसकों के साथ हमेशा बना रहे।