जिंदगी न मिलेगी दोबारा, भाग मिल्खा भाग, दिल धड़कने दो और द स्काई इज पिंक जैसी फिल्मों में अभिनय से चर्चा में आए फरहान अख्तर ने कहा, काफी हद तक यह सच है कि मेरे अंदर का निर्देशक चुप बैठ गया है क्योंकि मुझे दिलचस्प भूमिकाएं मिलने लगी। इतने वर्षों में मुझे जो काम करने को मिला उसके लिए मैं अपने आप को सौभाग्यशाली मानता हूं। जब चीजे आपके मुताबिक चलती हैं तो न कहना मुश्किल हो जाता है।
2008 में आई म्यूजिक ड्रामा फिल्म 'रॉक ऑन' से अभिनय की शुरुआत करने वाले फरहान ने एक इंटरव्यू में कहा, आपका जिंदगी के लिए एक डिजाइन है लेकिन जिंदगी का भी आपके लिए एक डिजाइन है इसलिए आपको सही संतुलन बैठाना होता है। लेकिन मैं अभिनय के अवसरों की तलाश करने के साथ ही निर्देशक के तौर पर काम करने पर भी विचार कर रहा हूं।
फरहान अख्तर ने कहा, हम बहुत ही अजीब दौर में जी रहे हैं। हम बहुत उत्तेजित हो जाते हैं जिससे कई घाव लग जाते हैं। इन घावों पर मरहम लगाना कुछ ऐसा ही है जो हमने इस फिल्म में दिखाने की कोशिश की है। यह ऐसी फिल्म है जो संदेश देती है जो कुछ प्रासंगिक मुद्दों पर बात करती है।