विद्या बालन ने एक वर्चुअल इवेंट में अमेजन के सहेली और कारीगर प्रोग्राम की महिला उद्यमियों और कारीगरों के साथ बातचीत की और कंपनी की स्टैंड फॉर हैंडमेड पहल की सराहना की। करीब एक महीने पहले शुरू की गई, अमेजन की स्टैंड फॉर हैंडमेड पहल का उद्देश्य कोविड-19 के कारण पैदा हुए आर्थिक संकट से उबरने वाले, 10 लाख से अधिक उद्यमियों की मदद करना है।
विद्या बालन ने कहा, भारत बहुत सारी कलाकृतियों का घर है। भारत के बुनकर, कारीगर और उनकी कृतियां भारत की विरासत और हमारे दैनिक जीवन का एक हिस्सा हैं। पिछले कुछ महीने उनके लिए एक अभूतपूर्व चुनौती बन कर आए हैं और इन कठिन समय में हमें उनका प्रोत्साहन और समर्थन करना चाहिए। मैं अमेज़न द्वारा इस पहल के माध्यम से उन्हें सशक्त बनाने के प्रयासों की सराहना करती हूं।
उन्होंने कहा, मैं स्टैंड फॉर हैंडमेड के साथ हूं। हजारों महिला उद्यमियों की भावना शकुंतला देवी की कृतज्ञता, दृढ़ संकल्प और अपने सपनों को साकार करने की राह में आने वाली सभी बाधाओं को दूर करने के जुनून में झलकती है। मैंने विशेष रूप से कारीगरों द्वारा बनाए गए केवल हस्तनिर्मित कपड़े पहने हैं, जो शकुंतला देवी के प्रचार के माध्यम से भारत की कला और शिल्प की समृद्ध विरासत की तरफ ध्यान आकर्षित करने का मेरा विनम्र प्रयास है।
विद्या बालन ने भारतीय वस्त्रों, कला और शिल्प के प्रति अपने प्यार के बारे में बात की, और उन्होंने यह भी बताया कि अमेजन देश भर के कारीगरों और उपभोक्ताओं के बीच की खाई को सफलतापूर्वक मिटा रहा है और समय की मांग को पूरा कर रहा है।
बता दें कि अमेजन ने ‘स्टैंड फॉर हैंडमेड’ स्टोरफ्रंट बनाया है ताकि देश के विभिन्न हिस्सों के कारीगरों और महिला उद्यमियों द्वारा स्थानीय रूप से तैयार, हस्तनिर्मित उत्पादों के लिए ग्राहकों की मांग पैदा करने में मदद मिल सके। ग्राहक उत्तर भारत, दक्षिण भारत, पूर्वी भारत, पश्चिमी भारत और मध्य भारत से उत्पादों का चयन करने के लिए बनाए गए खास पेजों पर जा सकते हैं और अपनी खरीदारी कर सकते हैं।