31 अगस्त को दो प्रमुख फिल्मों 'यमला पगला दीवाना फिर से' और 'स्त्री' का प्रदर्शन हुआ है। जहां देओल्स की फिल्म कॉमेडी है वहीं श्रद्धा-राजकुमार की फिल्म हॉरर-कॉमेडी है। दोनों फिल्मों का दर्शक वर्ग अलग है इसलिए एक-दूसरे के व्यवसाय को ये खास प्रभावित नहीं करेगी।
यमला पगला दीवाना फिर से
इस सीरिज की पहली फिल्म हिट और दूसरी फ्लॉप रही थी। इसके बावजूद देओल्स ने तीसरी फिल्म बनाई। धर्मेन्द्र, सनी और बॉबी के स्टारडम में पहले जैसी बात नहीं रह गई है। फिल्म का ट्रेलर भी खास प्रभाव नहीं छोड़ पाया, इसलिए फिल्म की ओपनिंग सुबह के शो में औसत रही है। यूं भी मल्टीप्लेक्स ऑडियंस देओल्स को ज्यादा पसंद नहीं करते हैं। ये लोग पहले फिल्म की रिपोर्ट लेंगे उसके बाद ही फिल्म देखेंगे। छोटे शहर और सिंगल स्क्रीन में फिल्म अच्छा प्रदर्शन कर सकती है। सुबह के शो में भले ही दर्शक कम नजर आ रहे हों, लेकिन शाम और रात के शो में दर्शकों की संख्या बढ़ सकती है। फिल्म की शुरुआत उत्तर भारत में अन्य क्षेत्रों की तुलना में बेहतर है।
स्त्री
इस फिल्म का ट्रेलर खासा पसंद किया गया और युवाओं में फिल्म को लेकर थोड़ी उत्सुकता है। फिल्म में राजकुमार राव और श्रद्धा कपूर हैं, जिनकी स्टार वैल्यू ज्यादा नहीं है। सुबह के शो में फिल्म को ज्यादा दर्शक नहीं मिले हैं, लेकिन दोपहर से दर्शकों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। बड़े शहरों में फिल्म की ओपनिंग बेहतर है। यमला पगला दीवाना फिर से यह आगे है। इन्दौर के एक मल्टीप्लेक्स के पहले शो में स्त्री के शो में 110 दर्शक थे तो देओल्स की फिल्म में मात्र बीस।
कुल मिलाकर दोनों ही फिल्में माउथ पब्लिसिटी पर निर्भर है और इसी कारण शनिवार और रविवार के कलेक्शन फिल्म के लिए बेहद अहम है।