सिद्धू मूसेवाला ने अपने गाने में इसी विवाद का जिक्र किया था। गाने में सिद्धू ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के दौरान दिल्ली कूच और लाल किले पर सिख समाज के प्रतीक निशान साहिब को लहराने का भी जिक्र किया था। इस गाने को सिद्धू मूसेवाला ने लिखा, गाया और कंपोज किया था।