नशे में चूर संजय दत्त जब श्रीदेवी के होटल के कमरे में घुस गए

WD Entertainment Desk

मंगलवार, 29 जुलाई 2025 (06:22 IST)
बॉलीवुड की गलियों में हर किस्से की अपनी एक खास जगह होती है। कुछ किस्से होते हैं जो वक्त के साथ मिट जाते हैं, तो कुछ ऐसे भी होते हैं जो फुसफुसाहटों से शुरू होकर सालों तक जिंदा रहते हैं। ऐसा ही एक किस्सा है श्रीदेवी और संजय दत्त से जुड़ा, जिसे जब भी याद किया जाता है, तो फैंस के मन में सवाल जरूर उठते हैं, ऐसा क्या हुआ था जो इन दो बड़े सितारों ने साथ में सिर्फ एक ही फिल्म की?
 
बात है उस दौर की, जब श्रीदेवी का जलवा हर ओर छाया हुआ था। ‘हिम्मतवाला’ जैसी सुपरहिट फिल्म की शूटिंग चल रही थी और श्रीदेवी के सौंदर्य और अभिनय की चर्चा हर जुबां पर थी। उनका नाम इंडस्ट्री में एक ऐसी अभिनेत्री के तौर पर लिया जाने लगा था, जो न सिर्फ ग्लैमर की मूरत थीं, बल्कि काम के प्रति बेहद प्रोफेशनल भी थीं।
 
उधर, संजय दत्त अपने करियर के शुरुआती दौर में थे और उसी वक्त निजी जिंदगी में काफी उथल-पुथल भी झेल रहे थे। ड्रग्स और नशे की गिरफ्त से वो पूरी तरह बाहर नहीं निकल पाए थे। तभी उन्हें यह खबर मिली कि श्रीदेवी पास के ही किसी लोकेशन पर 'हिम्मतवाला' की शूटिंग कर रही हैं। संजय, जो शायद उस समय नशे में थे, बिना वक्त गंवाए सेट पर पहुंच गए।
 
लेकिन सेट पर श्रीदेवी मौजूद नहीं थीं। पूछने पर पता चला कि वे होटल में हैं। संजय दत्त सीधे उनके होटल जा पहुंचे। नशे में चूर संजय दत्त ने श्रीदेवी के कमरे का दरवाजा खटखटाया। जैसे ही श्रीदेवी ने दरवाजा खोला, संजय बिना कुछ कहे सीधे कमरे में घुस गए। उनकी हालत देख श्रीदेवी घबरा गईं, लेकिन संयम रखते हुए उन्होंने किसी तरह उन्हें कमरे से बाहर निकाला और दरवाजा बंद कर लिया।
 
उस रात ने श्रीदेवी के दिल में एक गहरी छाप छोड़ दी। उन्होंने उस घटना को दिल से लगा लिया और संजय दत्त के साथ आगे कभी भी काम न करने का फैसला ले लिया।
 
हालांकि, सालों बाद जब महेश भट्ट ने उन्हें ‘गुमराह’ ऑफर की, जिसमें संजय दत्त भी लीड रोल में थे, तो श्रीदेवी ने कुछ सोचकर हामी भर दी। लेकिन इंडस्ट्री के जानकार कहते हैं कि वो पुराना दर्द शायद उनके दिल में अब भी कहीं बाकी था।
 
संजय दत्त ने भी इस बात को कभी नहीं नकारा। एक इंटरव्यू में उन्होंने कबूल किया कि उन्हें ठीक से याद नहीं कि उस दिन उन्होंने क्या किया, लेकिन इतना जरूर याद है कि श्रीदेवी उन्हें देखकर डर गई थीं।
 
'गुमराह' उनकी पहली और आखिरी फिल्म साथ में रही। और उस फिल्म में भी स्क्रीन पर भले ही दोनों ने उम्दा अभिनय किया हो, लेकिन उनके बीच की दूरी पर्दे के पीछे हमेशा बनी रही।
 
बॉलीवुड के इस किस्से में स्टारडम है, पछतावा है, और एक सबक भी, रिश्ते सिर्फ कैमरे पर नहीं, इंसानियत से बनते हैं।

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