काइट्स की कहानी

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बैनर : फिल्मक्राफ्ट प्रोडक्शन्स प्रा.लि.
निर्माता : राकेश रोशन
निर्देशक : अनुराग बसु
संगीत : राजेश रोशन
कलाकार : रितिक रोशन, बार्बरा मोरी, कंगना

अनुराग बसु द्वारा निर्देशित ‘गैंगस्टर’ देखकर राकेश रोशन इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने अपने बैनर की अगली फिल्म ‘काइट्स’ के निर्देशन का भार अनुराग को सौंप दिया।

राकेश रोशन ने ‘काइट्स’ का निर्माण अंतरराष्ट्रीय मार्केट को ध्यान में रखकर किया गया है। उनका मानना है कि रितिक की शख्सियत में यूनिवर्सल अपील है और वे अंतरराष्ट्रीय स्तर के सितारा बन सकते हैं।

फिल्म को पूरा हुए लंबा समय हो गया है। रिलीज में देरी इसलिए हो रही है क्योंकि राकेश इसे बड़े पैमाने पर योजनाबद्ध तरीके से प्रदर्शित करना चाहते हैं। रितिक और काइट्स के मामले में वे कोई जोखिम मोल नहीं लेना चाहते। खबर है कि इसका फिल्म का 90 मिनट का अंतरराष्ट्रीय वर्जन तैयार किया गया है और इसमें कोई गाने नहीं होंगे।

फिल्म की कहानी इस प्रकार है : घायल जे (रितिक रोशन) को रेगिस्तान में सूर्य के नीचे मरने के लिए छोड़ दिया जाता है, लेकिन अपने प्यार नताशा (बार्बरा मोरी) को पाने की उम्मीद उसे जिंदा रखती है। नताशा से मिलने के बाद जे की जिंदगी ही बदल गई।

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जे एक सालसा टीचर है और कंगना उसकी स्टूडेंट। कंगना एक अमीर परिवार से है और बिगड़ैल है। वह जे को बेहद चाहती है। कहानी में नताशा का प्रवेश होता है। वह स्पैनिश है और अँग्रेजी का एक भी शब्द बोल नहीं पाती है। दूसरी ओर जे को स्पैनिश भाषा का बिलकुल ज्ञान नहीं है।

भाषा उनके बीच किसी भी तरह की समस्या नहीं बनती क्योंकि ‘लव हेज़ नो लैंग्वेज’। उनके बीच प्यार हो जाता है। उनकी प्रेम कहानी में ऐसा घुमाव आता है कि दोनों को अलग होना पड़ता है। ऐसे वक्त कंगना की फिर से एंट्री होती है।

‘काइट्‍स’ एक ऐसे प्यार की कहानी है जो सीमाओं और संस्कृति से परे है।

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