PR |
चौदह वर्ष की लड़की ‘गिप्पी’ शिमला में अपनी मां पप्पी और छोटे भाई बोबो के साथ रहती है। गिप्पी थोड़ी मोटी है जिस वजह से वह हर दम अजीब-सा महसूस करती है। उसे अपने जीवन में हो रहे शारीरिक, भावनात्मक और सामाजिक परिवर्तनों से निपटना नहीं आता। अपने स्कूल में सबसे पीछे वाली बेंच पर बैठने वाली गिप्पी को उसकी क्लास की खूबसूरत लड़की ‘शमिरा’ हर वक्त तंग करती रहती है।
PR |
घर पर गिप्पी एक टूटे परिवार में रहना सीख रही है। इन सभी परेशानियों के बीच गिप्पी अपनी उम्र से बड़े लड़के से प्यार करने लगती है परंतु वहां भी उसका दिल टूट जाता है। जब उसकी प्रेम कहानी एक अपमानजनक अंत तक पहुंच जाती है। शमिरा की चुनौती स्वीकारते हुए गिप्पी उसके खिलाफ स्कूल चुनावों में खड़ी हो जाती है।
PR |
अंतिम परिणाम चाहे जो भी हो मगर गिप्पी यह सुनिश्चित कर लेती है कि वह अपनी स्कूल की जिंदगी को पूरी तरह जीने का प्रयास करेगी। गिप्पी कहानी है एक सामान्य-सी मोटी लड़की की जो खुद से प्यार करना सीखती है। यह फिल्म संदेश देती है कि आप जैसे भी हों, जो भी हों, जरूरी है कि खुद से प्यार करें तभी आप खुद को और दूसरों को खुश रख पाएंगे।