बाबू (नवाजुद्दीन सिद्दीकी) की एक अलग ही दुनिया है। वह नंबर वन कांट्रेक्ट किलर है। पैसे लेकर लोगों का काम तमाम कर देता है। लेकिन बैंकी के इसी धंधे में आने के कारण उसकी प्रतिष्ठा दांव पर लग जाती है। दोनों को समान तीन लोगों की हत्या करने का कांट्रेक्ट मिलता है। दोनों आपस में मिल कर तय करते हैं कि जो ज्यादा लोगों को मारेगा वही नंबर वन किलर कहा जाएगा। दोनों इस बात से अनजान है कि एक और गेम खेला जा रहा है। बाबू सुनिश्चित कर लेना चाहता है कि वह न तो टारगेट है और न ही मोहरा।