तड़प: कहानी, कलाकार, रिव्यू, निर्देशक, रिलीज डेट

Webdunia
मंगलवार, 28 दिसंबर 2021 (17:40 IST)
तड़प (2021) तेलुगु फिल्म 'आरएक्स 100' का हिंदी रीमेक है। इस फिल्म के जरिये फिल्म अभिनेता सुनील शेट्टी के बेटे अहान शेट्टी फिल्मों में अपनी शुरुआत करने जा रहे हैं। अहान के साथ हीरोइन के रूप में तारा सुतारिया नजर आएंगी 


 
कहानी 
उत्तराखंड के मसूरी में ईशान (अहान शेट्टी) की मुलाकात विदेश से लौटी रमीसा (तारा सुतारिया) से होती है। जैसे-जैसे उनकी दोस्ती आगे बढ़ती है रमीसा के प्यार में ईशान पागल होने लगता है। जैसे ही उनके अफेयर की बात बड़ों को पता चलती है यह जोड़ी एक चौंकाने वाले मोड़ पर अलग हो जाती है। ईशान तो यह सोच कर ही पागल हो जाता है कि बड़ों ने रमीसा के साथ उसके प्यार को मना कर दिया है। वह अति आक्रामक हो जाता है। बात-बात पर गुस्सा करता है। हिंसक हो जाता है। अहान तब दिमागी संतुलन खो बैठता है जब उसे पता चलता है कि रमीसा ने तो उसे कभी प्यार ही नहीं किया। सिर्फ उसका इस्तेमाल किया है। 

 
सुनील शेट्टी का बेटा होने के कारण ही नहीं मिली तड़प 
अहान शेट्टी का कहना है कि सुनील शेट्टी का बेटा होने के कारण ही उन्हें तड़प नहीं मिली। अहान ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि किस तरह से उन्हें अपनी पहली फिल्म हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी और यह अवसर उन्हें केवल उनकी प्रतिभा के बल पर ही मिला है। उन्होंने कहा, मैं कई वर्षों से प्रशिक्षण ले रहा था। मैं सेट पर निर्माताओं और निर्देशकों से मिलता जरूर था क्योंकि वे मेरे पिता के दोस्त और सहकर्मी हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मुझे वह किसी फिल्म में काम करने का अवसर दे देंगे। 
 
अहान ने कहा, मैं यह नहीं कहूंगा कि यह मेरे लिए आसान था। साजिद सर ने मेरा एक्शन और डांस वीडियो देखा और मुझे फोन किया, इसके बाद उन्होंने मुझे कुछ ऑडिशन टेप भेजने के लिए कहा। असल में, मुझे यह फिल्म मिलने का मेरे पिता के एक अभिनेता होने से कोई लेना-देना नहीं था। मुझे यह फिल्म मेरी प्रतिभा के कारण मिली है।अहान शेट्टी ने कहा कि उन्होंने 11 साल की उम्र में ही फैसला कर लिया था कि वह अभिनेता बनना चाहते हैं और 2014 में स्नातक होने के तुरंत बाद उन्होंने अभिनय और नृत्य में प्रशिक्षण के अलावा अभिनय की बारीकियां ​​सीखना शुरू कर दिया था।

 
इंटीमेट सीन करना नहीं था आसान 
इंटीमेट सीन्स करने के बारे में अहान ने कहा, मैं डर गया था। जब मैंने इस फिल्म की कहानी सुनी, तब तक इसके लिए कोई एक्ट्रेस पसंद नहीं की गई थी। उस समय मेरे दिमाग में यही चल रहा था कि 'हे भगवान! मैं किसके साथ ऐसा करने जा रहा हूं? उन्होंने कहा, लेकिन फिर, यह सब प्रोसेस का एक हिस्सा है। अंत में, यह फिल्म मेकिंग है। मैं उन सीन्स को अहान के रूप में नहीं कर रहा हूं, मैं उन सीन्स को एक कैरेक्टर के रूप में कर रहा हूं। मैं उन सभी किसिंग सीन्स को किसी अन्य हसने या रोने वाले सीन्स की तरह लेता हूं।
 
अहान के बारे में मिलन 
अहान द्वारा 'तड़प' से अभिनय की शुरुआत करने के बारे में बात करते हुए, मिलन कहते हैं, अहान के साथ मेरी यात्रा या मेरे साथ उनकी यात्रा एक अप्रत्याशित और सहज रही है। मुझे नहीं पता था कि ऐसा कुछ मेरे सामने आएगा जब साजिद (नाडियाडवाला) ने मुझे अहान को लॉन्च करने के बारे में बात करने के लिए बुलाया था। उन्होंने कहा, मुझे उनकी एक तस्वीर याद आई जो मैंने उससे कुछ महीने पहले देखी थी और मुझे अच्छी लगी थी। उसके बारे में कुछ बहुत ही प्यारा था - एक अच्छी तरह से निर्मित व्यक्ति जिसके चारों ओर मासूमियत और इंटिग्रिटी थी। तो मैंने पूछा कि क्या मैं उनसे मिल सकता हूं। हम मिले और वह एक बहुत ही खुले, सीधे-सादे युवक के रूप में सामने आये और मैंने फैसला किया कि मुझे उनका टेस्ट लेना चाहिए कि हम एक साथ किस तरह का काम कर सकते हैं। 
 
अहान बहुत सॉफ्ट-स्पोकन और शर्मीले हैं लेकिन वे बेहद मेहनती, चौकस और चतुर हैं। मुझे लगता है कि जो अभिनेता हर समय बात करने से ज्यादा सुनते और अब्सॉर्ब करते हैं, वे ऐसे अभिनेता हैं जो वास्तव में इंटेंसिटी और इमोशन्स को सबसे अच्छे तरीके से व्यक्त करते हैं। अहान ने मुझे युवा अजय देवगन की याद दिला दी, सुलगती हुई आंखें, इमोशन्स का थोड़ा सा अंडरप्ले लेकिन फिर भी उन्हें खूबसूरती से व्यक्त किया। अहान एक संवेदनशील अभिनेता हैं और सहज रूप से प्रतिक्रिया देते हैं। मुझे नहीं लगता कि कोई तरीका है, सिवाय इसके कि वह क्या महसूस करते है। उन्होंने रिलेवेंट सवाल भी पूछे। एक बात जो मुझे उबके बारे में बहुत नई और ताज़ा लगी, वह यह थी कि वह कभी मॉनिटर देखने नहीं आए। बहुत सारे अभिनेता विशेष रूप से अपने करियर की शुरुआत में यह देखना चाहते हैं कि वे कैसे दिखते हैं या शॉट कैसा दिखता है और क्या वे एक और टेक करना चाहते हैं। मिलन ने कहा, एक दो बार मैंने अहान को बुलाया और उनसे मॉनिटर देखने और शॉट देखने के लिए कहा, उसके अलावा वे कभी देखने नहीं आए। वह अपने काम में बहुत अधिक मेंटल एनर्जी डालते है, पैक-अप के बाद पूरी तरह से अपने में रहते है और फ़ुटबॉल देखकर या प्ले स्टेशन पर खेलकर अपने स्पेस में पहुंच जाते है।

तड़प फिल्म समीक्षा 
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निर्देशक के बारे में 
तड़प का निर्देशन मिलन लथुरिया ने किया है जो कमर्शियल फॉर्मेट के दायरे में रह कर अच्छी फिल्म बनाने की कोशिश करते हैं। 'कच्चे धागे' (1999), टैक्सी नं. 9211 (2006), वंस अपॉन ए टाइम इन मुंबई (2010), द डर्टी पिक्चर (2011) जैसी कुछ अच्छी फिल्में उन्होंने निर्देशित की है। 
 
फिल्म में 4 गाने हैं जिन्हें इरशाद कामिल ने लिखा है और प्रीतम ने संगीतबद्ध किया है। 
1) तुमसे भी ज्यादा (अरिजीत सिंह)
2) तेरे सिवा जग में (शिल्पा राव, दर्शन रावल, शाश्वत सिंह, चरण)
3) तू मेरा हो गया है (जुबिन नौटियाल)
4) होये इश्क ना (बी प्राम, डीनो जेम्स) 
 

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