Bawaal movie review: नीतेश तिवारी ने अपनी इतनी पहचान तो बना ली है कि उनकी फिल्म को लेकर दर्शकों में उत्सुकता रहती है। उन्होंने अपनी नई फिल्म 'बवाल' युवा सितारों वरुण धवन और जान्हवी कपूर के साथ बनाई है, जो अपनी पहचान एक एक्टर के रूप में बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। नीतेश के निर्देशन में इन दोनों एक्टर्स ने अपनी क्षमता से ज्यादा दिया है और दिखा दिया है कि बेहतरीन निर्देशक मिले तो ये भी कुछ कर दिखा सकते हैं।
बवाल लखनऊ में रहने वाले अज्जू (वरुण धवन) की कहानी है जो अपने माता-पिता के साथ रहता है। आमतौर पर यूपी वालों को दिखाने में फिल्में टाइप्ड होती जा रही है, लेकिन खुशी की बात ये है कि इस फिल्म में ऐसे किरदार नजर नहीं आते।
अज्जू अपनी छवि को लेकर बेहद जागरूक है। बॉडी बना ली, स्टाइल सीख ली, बुलेट चलाता है, लेकिन स्कूल टीचर के जॉब से खुश नहीं है। अपने बारे में उसने भ्रम फैला रखा है कि वह क्रिकेटर बनना चाहता था, आर्मी में जाना चाहता था, स्टार बनना चाहता था, लेकिन कुछ कारणों से नहीं बन पाया। अपनी छवि से उसे इतना प्यार है कि वह झूठी और दिखावे की जिंदगी जीने लगता है।
उसकी शादी निशा (जान्हवी कपूर) से होती है जो हर मामले में अज्जू से स्मार्ट है। अज्जू अपनी छवि चमकाने के लिए ही निशा जैसी खूबसूरत लड़की से शादी करता है, लेकिन एक घटना ऐसी घटती है कि वह निशा को पत्नी के रूप नहीं स्वीकारता और अच्छा व्यवहार भी नहीं करता।
स्कूल में अज्जू के साथ ऐसा बवाल हो जाता है कि वह यूरोप यात्रा पर निशा के साथ निकल पड़ता है। वह वहां से वर्ल्ड वॉर 2 के बारे में अपने छात्रों को वीडियो द्वारा पढ़ाता है। इस यात्रा, वर्ल्ड वॉर 2 के दौरान हुई घटनाओं का अज्जू पर गहरा असर होता है।
नीतेश तिवारी की पत्नी अश्विनी अय्यर तिवारी ने इस फिल्म की कहानी लिखी है। ये एक लव स्टोरी है, झूठी जिंदगी जी रहे लोगों की कहानी है, जिंदगी में बेवजह नाखुश लोगों की कहानी है और इसमें वर्ल्ड वॉर 2 का भी पुट है। इन सब बातों को बहुत ही अच्छी तरह से समेटा गया है। फिल्म में रोमांस, इमोशन और कॉमेडी के जरिये हल्का-फुल्का माहौल रखा गया है और इनके बीच बातों-बातों में ऐसी बातें कह दी गई हैं जो गहरा अर्थ लिए हुए है।
पति-पत्नी जिनके बीच कुछ भी कॉमन नहीं है, जिनका रिश्ता तलाक की ओर जा रहा है, उस बंजर रिश्ते में प्रेम के फूल खिलने वाला ट्रैक बेहद खूबसूरत है। अज्जू की आंतरिक यात्रा को भी सीक्वेंसेस के जरिये खूबसूरती के साथ दर्शाया गया है जो झूठी और दिखावे की जिंदगी जीता है। उसकी इस जर्नी के जरिये कहा गया है कि लोग जिंदगी जीना ही भूल गए हैं और जो पास में है उससे खुश ही नहीं रहते।
कहानी में वर्ल्ड वॉर 2 का जो बैकड्रॉप दिया गया है और अतीत में घटे इस भयावह घटनाक्रम का अज्जू और निशा की जिंदगी पर कैसा असर होता है ये बात फिल्म में खूबसूरती के साथ उभारी गई है। 15 वर्ष की लड़की एने फ्रेंक जिसने रोजाना हुए हादसों को डायरी में लिखा, गैस चेम्बर वाली घटना और वर्ल्ड वॉर 2 सर्वाइवर का स्पीच वाले सीक्वेंस इमोशनल करते हैं और इन बातों को अज्जू-निशा से जिस तरह से जोड़ा गया है वो तारीफ के काबिल है।
निखिल मेहरोत्रा, श्रेयस जैन, पियूष गुप्ता और नितेश तिवारी का स्क्रीनप्ले उम्दा है। उन्होंने फिल्म में कुछ गंभीर बातों के बावजूद फन एलिमेंट और रोमांस को पूरी फिल्म में खोने नहीं दिया और बड़ी सहजता के साथ फिल्म बहुत कुछ कह जाती है। बेग बदल जाने वाली घटना हंसाती है।
कमियों की बात की जाए तो निशा का अज्जू से शादी के लिए उसे बगैर जाने तैयार हो जाना या अज्जू को टीचर होने के बाद भी उसका इतिहास के बारे में ज्ञान कम होना, चौंकाता है, लेकिन इन्हें इग्नोर किया जा सकता है।
निर्देशक के लिए ये एक कठिन फिल्म है। कहानी जो बात कहना चाहती है उसे स्क्रीन पर उतारना बहुत कठिन काम था, लेकिन नीतेश तिवारी यह काम बड़ी आसानी से कर गए। किरदारों के अंदर चल रहे भावों को और लेखक जो बात कहना चाहता है उसे उन्होंने दर्शकों तक सूझबूझ के साथ पहुंचाया है। अज्जू और निशा के किरदारों को पेश करने में भी उन्होंने कामयाबी पाई है।
वरुण धवन और जान्हवी कपूर ने सहजता के साथ किरदार निभाए हैं। वरुण ने अपने किरदार को लेकर 'माहौल' बनाया है वो दर्शकों को पसंद आता है। जान्हवी कपूर को डॉयलॉग डिलेवरी पर थोड़ी मेहनत की और जरूरत है, लेकिन उनके काम में निखार आता जा रहा है, लेकिन जिस तरह से उन्होंने अपने किरदार को मैच्योरिटी दी है वो अपील करता है।
मनोज पाहवा, अंजूमन सक्सेना, मुकेश तिवारी और अन्य कलाकारों का सपोर्ट बेहतरीन है। मिथुन, तनिष्क बागची और आकाशदीप सेनगुप्ता के संगीत में माधुर्य है। सिनेमाटोग्राफी सहित तकनीकी डिपार्टमेंट में भी फिल्म मजबूत है।
बवाल को सीधे ओटीटी पर रिलीज किया गया है, लेकिन सिनेमाघरों में रिलीज होती तो बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छा परफॉर्म कर सकती थी। बहरहाल, इसे देखा जा सकता है।