मोबाइल फोन ग्राहकों का बिल बढ़ने जा रहा है क्योंकि सरकार ने सेवा कर दर को दस प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत कर दिया है।
जीएसएम मोबाइल कंपनियों के संगठन सीओएआई ने कहा है कि सेवा कर बढ़ाने का यह कदम ग्रामीण टेलीफोनी तथा ग्राहकों के लिए वहनीय दर के लक्ष्य के लिए नुकसानदायक है।
सीओएआई ने कहा है कि लागत में वृद्धि का बोझ अंतत: ग्राहकों को सेवाओं के अधिक शुल्क के रूप में उठाना होगा।
दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल ने कहा है कि सेवा कर में बढ़ोतरी से ग्राहकों के लिए सेवाओं की लागत बढ़ेगी और इसका असर दूरसंचार कंपनियों के नफा-नुकसान बयान पर पड़ेगा।
सिस्तेमा श्याम टेलीसर्विसेज के अध्यक्ष वसेवोलोद रोजानोव ने कहा कि अनेक प्रणालीगत तत्वों को 2012-13 के बजट में सही किया गया है, अनेक चुनौतियां दूरसंचार उद्योग को प्रभावित करती रहेंगी।
उन्होंने कहा, सेवा कर को 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत करने से मोबाइल फोन का मालिक होना महंगा हो जाएगा। (भाषा)