आज बजट 2012-13 के 5 उद्येश्य

शुक्रवार, 16 मार्च 2012 (20:59 IST)
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वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने शुक्रवार को लोकसभा में पेश वित्त मंत्री 2012-13 के बजट के पांच उद्देश्य गिनाए जिनमें घरेलू मांग के जरिए आर्थिक वृद्धि दर में सुधार से लेकर काले धन व भ्रष्टाचार से निपटने का लक्ष्य रखा है

मुखर्जी ने कहा कि मैंने पांच उद्देश्यों की पहचान की है जिन पर हमें आगामी वित्त वर्ष में कारगर तरीके से ध्यान देना चाहिए। वैश्विक संकट और मुद्रास्फीति, सख्त मौद्रिक नीति व अन्य घरेलू कारकों के मद्देनतर वृद्धि दर में गिरावट के बीच उन्होंने पहले उद्देश्य के तौर पर घरेलू मांग से प्रेरित आर्थिक वृद्धि का जिक्र किया।

उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य होगा निजी निवेश बढ़ाने के लिए हालात पैदा करना। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सरकार कृषि, उर्जा और परिवहन क्षेत्रों विशेष तौर पर कोयला, बिजली, राष्ट्रीय राजमार्ग, रेलवे और नागर विमानन मे आपूर्ति संबंधी बाधाओं पर पर ध्यान देगी।

सरकार कुपोषण की समस्या से सबसे अधिक प्रभावित 200 जिलों में कुपोषण की समस्या से निजात पाने के लिए निर्णायक उपाय करेगी।

भ्रष्टाचार पर देश भर में चल रही बहस और छोटे-बड़े आंदोलन के बीच मुखर्जी ने कहा कि सरकार वितरण प्रणालियों, शासन और पारदर्शिता में सुधार लाने की कोशिश करेगी। साथ ही काले धन व सार्वजनिक जीवन में भ्रष्टाचार की समस्या से निपटने के लिए किए जा रहे फैसले के कार्यन्वयन का प्रयास किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि 12वीं पंचवर्षीय योजना बजट प्रस्ताव से शुरू होगी जिसका लक्ष्य है तीव्रतर, सतत और अधिक समावेशी विकास। उक्त प्राथमिकताओं के अनुरूप ही इन उद्देश्यों की पहचान की गई है। (भाषा)

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